यूक्रेन में रूस अगर रासायनिक हथियार का इस्तेमाल करता है तो उसे गंभीर दुष्परिणाम भुगतने होंगे। इन स्थितियों में रूस और नाटो का सीधा टकराव होता है तो तीसरा विश्व युद्ध होना तय है। यह बात अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कही है। मीडिया के सवालों के जवाब में बाइडन ने कहा, हम अपने यूरोप के सहयोगियों के साथ लगातार खड़े हैैं। बिना गलती के संदेश भी दे रहे हैैं। हम नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) के सदस्य देशों की एक इंच धरती की भी रक्षा करेंगे। हम यूक्रेन में रूस के खिलाफ सीधी लड़ाई नहीं लड़ रहे। कुछ मामलों में हम टकराव से बचने की कोशिश कर रहे हैैं। वह (रूसी राष्ट्रपति पुतिन) बिना लड़े यूक्रेन पर प्रभाव कायम करना चाहते थे, लेकिन विफल रहे। वह नाटो को छिन्न्-भिन्न् करना चाहते थे, उसमें भी विफल रहे।
बाइडन ने कहा, अमेरिकी लोग और बाकी दुनिया यूक्रेन के सवाल पर एकजुट हैैं। हम दुनिया में किसी की मनमानी नहीं चलने देंगे। दुनिया को इशारों पर नचाने की किसी तानाशाह की मंशा पूरी नहीं होने देंगे। लोकतांत्रिक देश मिलकर दुनिया में नई ताकत खड़ी कर रहे हैैं। चाहते हैैं कि दुनिया में शांति बनी रहे। इसके लिए एकजुट होकर हम अपनी ताकत दिखा रहे हैैं। हम गलत नहीं हैैं। बाइडन ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस से कहा है कि वह व्यापार के मामले में रूस का मोस्ट फेवर्ड नेशन (सर्वाधिक अनुकूल राष्ट्र) का दर्जा खत्म करे। पुतिन यूक्रेन पर जैसे-जैसे निर्दयी हमले बढ़ाते जाएंगे, वैसे-वैसे अमेरिका और उसके सहयोगी रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाते जाएंगे। एक समय ऐसा आ जाएगा जब रूस दुनिया में अकेला रह जाएगा।