20 सितंबर से शुरू होने जा रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के दौरान आतंकवाद, शांति स्थापना, जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई और कोविड टीकों का समान वितरण भारत के लिए प्रमुख फोकस होंगे। महासभा सत्र में भारत की ओर से इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्थान पर विदेश मंत्री एस जयशंकर भाग लेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्चस्तरीय 77वीं बैठक में भाग लेने के लिए भारतीय विदेश मंत्री न्यूयार्क रवाना हो गए हैं। महासभा में बहस की शुरुआत 20 सितंबर से होगी, जिसमें विश्व नेता अपने अपने राष्ट्रीय वक्तव्य देंगे। भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर का संबोधन 24 सितंबर को होगा। इस दौरान वह संयुक्त राष्ट्र की बैठक से इतर 50 से अधिक द्विपक्षीय और बहपक्षीय आधिकारिक बैठकों में हिस्सा लेंगे। जयशंकर 18 से 28 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। वह संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस और संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष साबा कोरोसी से मुलाकात के बाद वाशिंगटन जाएंगे।
आम सभा की बैठक में उद्घाटन सत्र के दौरान पारंपरिक रूप से ब्राजील के बाद अमेरिका दूसरा वक्ता होता है। लेकिन 19 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन लंदन में ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में भाग लेंगे, इसलिए वह विश्व नेताओं को 21 सितंबर को संबोधित करेंगे। यह सत्र कोविड महामारी की वजह से दो साल बाधित रहने के बाद पारंपरिक तरीके से हो रहा है।