कांकेर। जिले की सुप्रसिद्ध समाजसेवी संस्था जन सहयोग द्वारा आज एक नवीन कदम उठाते हुए शहर के मध्यवर्ती दूध नदी पुल के नीचे जाकर सफाई कार्यक्रम चलाया गया। उल्लेखनीय है कि सफाई के नाम पर यह इलाका संपूर्ण दूध नदी तो पहले से ही उपेक्षित है, अब मालूम हो रहा है कि उसका पुल भी सफाई के नाम पर लंबे अरसे से उपेक्षित है और इतना अधिक कचरा इक_ा हो गया है कि उसे साफ करने के लिए लंबा समय तथा बड़ी टीम चाहिए। फिर भी आज जन सहयोग के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी तथा उनके साथियों ने यथा संभव प्रयत्न करते हुए बहुत कुछ कचरा हटाने में सफलता प्राप्त की है तथा इस संबंध में भविष्य में भी सेवा कार्य करते रहने का संकल्प लिया है। आश्चर्य का विषय है कि दूध नदी के पुल के नीचे से अब तक पुराने टूट चुके 1954 के पुल तथा 2001 में टूटे मंदिर के अवशेष भी अब तक नहीं निकाले गए हैं और कुछ अभी भी दिखाई दे रहे हैं । जन सहयोग के सदस्यों ने इतना मलबा तो हटा ही दिया है कि बाढ़ आने पर नदी के पानी को बहाव का रास्ता मिल सकेगा। जन सहयोग के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी ने आसपास के दुकानदारों से अपील की है कि दुकानों का कचरा नदी में नहीं डालें, इसके लिए नगरपालिका की गाडिय़ों की सेवाएं प्राप्त करें अन्यथा बाढ़ का पानी फैल कर आप लोगों की दुकानों को ही नुकसान पहुंचाएगा। आज के इस स्वच्छता अभियान में जन सहयोग के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी के अलावा समाजसेवी राजेश चौहान, बल्लू राम यादव, प्रवीण गुप्ता, प्रमोद सिंह ठाकुर, करण नेताम, दिनेश मोटवानी, शैलेंद्र देहारी, दिव्यांग भूपेंद्र यादव आदि समाज सेवकों ने उत्साह पूर्वक सहयोग दिया। पुल के ऊपर से स्वच्छता अभियान का नजारा देख रहे नागरिकों ने समाजसेवी संस्था जन सहयोग एवं उसके सदस्यों की सराहना की।