ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि केटामाइन थेरेपी अवसाद के लक्षणों और आत्मघाती विचारों को तेजी से कम करती है। ‘ब्रिटिश जर्नल आफ साइकियाट्री ओपन” में प्रकाशित इस अध्ययन का नेतृत्व यूनिवर्सिटी आफ एक्सेटर ने किया है। अध्ययन के दौरान पूर्व प्रकाशित चुके 83 शोध पत्रों से साक्ष्य जुटाए गए। इस दौरान गंभीर अवसाद में भी केटामाइन थेरेपी के कारगर होने के प्रबल साक्ष्य मिले। पाया गया कि पहली बार इलाज के बाद अवसाद या आत्मघाती विचारों के लक्षण एक से चार घंटे में कम हो जाते हैैं और इसका असर दो हफ्तों तक रहता है। कुछ साक्ष्यों ने इशारा किया कि दोबारा थेरेपी के जरिये इलाज के प्रभाव को लंबे समय तक बरकरार रखा जा सकता है। हालांकि, वह कितने समय तक बरकरार रह सकता है, इसके संबंध में और अधिक गुणवत्तायुक्त शोध की जरूरत है। यूनिवर्सिटी आफ एक्सेटर से जुड़े प्रमुख लेखक मर्व मोल्लाहमेटोग्लू के अनुसार, ‘हमने अपने शोध में केटामाइन के चिकित्सकीय प्रभाव के संबंध में अबतक की सबसे व्यापक समीक्षा की है। हमारे शोध निष्कर्ष बताते हैैं कि केटामाइन थेरेपी अवसाद व आत्मघाती विचारों को तेजी से कम करने में सक्षम है।”