पाकिस्तान में अंतिम सांस लेने वाले हिंदुओं को भारत में मोक्ष की प्राप्ति होगी। केंद्र सरकार ने पावन गंगा में उनके अस्थि विसर्जन की अनुमति दे दी है। अब 426 पाकिस्तानी हिंदुओं की अस्थियां गंगा में विसर्जित की जा सकेंगी।
अभी तक पाकिस्तान के हिंदुओं की अस्थियों का भारत में विसर्जन आसान नहीं था। यह तभी संभव था जब भारत में रहने वाला उनका कोई रिश्तेदार इसकी जिम्मेदारी ले। अधिकांश पाकिस्तानी हिंदुओं के भारत में रिश्तेदार नहीं हैं, इस कारण वे स्वजन की अस्थियों को गंगा में विसर्जित करने की इच्छा पूरी नहीं कर पाते थे। अंतिम संस्कार के बाद 426 हिंदुओं की अस्थियां श्मशानघाट में रखी गई थीं। उनके स्वजन चाहते थे कि अस्थियों का विसर्जन विधि-विधान से गंगा में किया जाए।
अस्थि विसर्जन के लिए दस दिन का वीजा
केंद्र सरकार ने इसके लिए स्पांसरशिप नीति में संशोधन किया है। इसके तहत पाकिस्तानी हिंदुओं को अस्थि विसर्जन के लिए दस दिन का वीजा प्रदान किया जाएगा। इसी अवधि में उन्हें गंगा में अस्थियां विसर्जित करनी होंगी।
पाकिस्तान में हो रही सराहना
भारत-पाकिस्तान के बीच 2019 से संबंधों में खटास है। दोनों देशों के बीच व्यापार भी बंद है। मोदी सरकार के इस फैसले का पाकिस्तानी हिंदुओं और वहां की मीडिया ने सराहना की है।