उत्तर प्रदेश के बरेली में अंधविश्वास से घिरी मां-बेटी ने अपनी और पांच बच्चों की जिंदगी खतरे में डाल दी। पांच दिन से दोनों बंद कमरे में तंत्र-मंत्र आदि कर रहीं थीं। घर में कोई आवाजाही नहीं हुई तो आशंकित पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने देखा कि संतोष, उसकी बेटी शीतल मूर्तियों के सामने बैठी थी। फर्श पर पांच बच्चे बेहोश पड़े थे।
पुलिस के अनुसार, चार वर्ष पूर्व शीतल की शादी हुई मगर, पति ने 12 दिन बाद ही आत्महत्या कर ली। उसके बाद से बहादुरगंज निवासी मां-बेटी अंधविश्वास में घिरने लगीं। पांच दिन पहले संतोष के पति काम से बाहर गए, तभी से घर में चौकी लगा ली गई। दोनों महिलाओं को मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही। भूख के कारण पांचों बच्चे बेहोश थे। सभी के तिलक आदि लगा था। राजकीय मेडिकल कालेज में सभी का उपचार कराया जा रहा।