धर्मदर्शन,पूनम ऋतु सेन। स्वस्थ जीवन के लिए एक सुनहरा नियम है ना तो बहुत ज्यादा और ना ही बहुत कम। चाहे आपको काम करना खेलना या भोजन करना या उपवास करना हो इन सभी को सही मात्रा में करना चाहिए। आप सप्ताह के विशेष दिनों के लिए या महीनों के निर्धारित दिनों के लिए उपवास कर सकते हैं।
कुछ दिनों में शारदीय नवरात्र प्रारंभ होने वाला है, आज इस पोस्ट में हम नवरात्र में किन भोज्य पदार्थों को खाकर उपवास करें और किन पदार्थों के सेवन से अपना व्रत तोड़े इस विषय के बारे में जानेंगे।
नवरात्रि में 9 दिनों के उपवास के लिए क्या करें
• नवरात्र के पहले से तीसरे दिन फलाहार करना उचित माना गया है इसके लिए आप सेब, केला, संतरा, पपीता,सीताफल, चीकू, अनार,तरबूज, मीठे अंगूर आदि फल का सेवन कर सकते हैं इसके अलावा भारतीय करौंदे आंवले का जूस लौकी का जूस या नारियल पानी भी ले सकते हैं।
• नवरात्रि के चौथे से छठे दिन पारंपरिक नवरात्रि आहार ले सकते हैं। अगले तीन दिनों में पारंपरिक आहार के अलावा फलों का रस या जूस,छाछ या दूध के साथ एक समय भोजन ले सकते हैं।
• नवरात्रि के अंतिम 3 दिनों अर्थात सातवें से नौवे दिन पारंपरिक नवरात्रि आहार ले सकते हैं।
पारंपरिक नवरात्रि आहार में कौन-कौन सी चीजें आती हैं
पारंपरिक नवरात्रि आहार हमारे जठराग्नि को शांत करता है इसमें कुट्टू जो एक प्रकार का अनाज होता है उसकी रोटी, उपवास के चावल यानी समा के चावल उस चावल के डोसे, साबूदाना के व्यंजन, सिंघाड़े का आटा, रतालू, अरबी, कचालू, मीठे उबले शकरकंद आदि से बने व्यंजन खा सकते हैं। इसके अलावा मक्खन, दूध, घी, छाछ इन सभी का हमारे शरीर में शीतल प्रभाव पड़ता है साथ ही लौकी एवं कद्दू के साथ दही भी खा सकते हैं। बहुत से तरल पदार्थ भी हैं जैसे नारियल पानी, फलों का जूस सब्जियों का सूप आदि भी ले सकते हैं।
नवरात्र में उपवास करने के दौरान विषाक्त पदार्थों को हमारे शरीर से निकालने के लिए इन सभी भोजन का विशेष महत्व होता है इनमें पपीता,नाशपाती एवं सेव के साथ बनाया गया फलों का सलाद भी लिया जा सकता है।
उपवास के दौरान पारंपरिक भोजन का पालन करते हुए इन बातों का खास ख्याल रखें
1. खाना पकाते हुए आम नमक के बजाय सेंधा नमक का इस्तेमाल करें।
2. भूनकर,उबालकर ,पीसकर और भाप में पके हुए जैसे तरीकों से बने भोजनों का सेवन करना बेहतर होगा।
3. सिर्फ शाकाहारी खाना खाएं।
4. नवरात्र शुरू होने के शुरुआती दिनों में अनाज से दूर रहें।
5. तले हुए एवं भारी भोजनों से दूरी बनाए रखें।
6. प्याज एवं लहसुन का अपने खाने में उपयोग ना करें।
7. जो लोग उपवास नहीं कर सकते वह मांसाहारी भोजन, शराब, प्याज लहसुन, और तेज मसालों के उपयोग से बचें और साधारण नमक के बजाय सेंधा नमक का इस्तेमाल करें।
नवरात्र में उपवास तोड़ने की विधि
जब आप शाम को या रात में अपना उपवास तोड़े तब इस बात का ख्याल रखें कि व्रत तोड़ते हुए हल्का भोजन ले जिससे आपका पेट भारी ना हो। तला हुआ व तेज मसाला हुआ भोजन ना केवल पाचन के लिए बल्कि सफाई प्रक्रिया व उपवास के नियम के लिए भी सही नहीं है। आसानी से पचने वाले भोजन का सेवन करने की प्राथमिकता दें।
स्वास्थ्य के मामले की स्थिति के बारे में यह सबसे अच्छा होगा कि उपवास के पूर्व चिकित्सकीय सलाह जरूर ले लें। साथ ही आरामदायक स्थिति के अनुसार जितना हो सके उतना ही नियमों का पालन करे व उपवास करें।