कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में नई जानकारियां आ रही हैं तो दुनिया भर में चिंता बढ़ रही है। कई देशों ने तो यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त कर दिया है और उड़ानों पर रोक लगाई जा रही है। इन सख्त उपायों के बावजूद ओमिक्रोन के मामले नए-नए देशों में मिल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक यह 23 देशों तक अपने पांव पसार चुका है।
ओमिक्रोन के बारे में अभी तक माना जा रहा था कि यह सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को सामने आया। नीदरलैंड और कुछ अन्य देशों में मिले मामलों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि यह वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका से बहुत पहले ही यूरोप में पहुंच गया था। यही सबसे बड़ी चिंता का कारण है, क्योंकि यात्रा पाबंदियां अफ्रीकी देशों को लेकर लगाई जा रही हैं। इसका अंदाजा नहीं है कि यूरोप के देशों से यह अब तक कहां-कहां तक पहुंच चुका है।
हालांकि, अभी नए वैरिएंट को लेकर शोध चल रहे हैं। स्पाइक प्रोटीन में बदलाव से यह तो माना जा रहा है कि यह कोरोना के इससे पहले के सभी वैरिएंट से अधिक संक्रामक है, लेकिन इसके खतरनाक होने के अभी तक पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले हैं, जिससे कुछ राहत मिलती है। परंतु, डेल्टा की तबाही से डरे-सहमे देश पूरी सावधानी बरत रहे हैं। कई देशों के बाद अब जापान ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त कर दिया है। उसने सभी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस से दिसंबर तक नई बुकिंग नहीं करने को कहा है। जापान में ओमिक्रोन का दूसरा मामला मिला है। यह व्यक्ति कतर होते हुए पेरू से आया था। जापान ने विदेशी नागरिकों के आने पर पहले ही पाबंदी लगा दी थी। कई और देशों ने भी अफ्रीकी देशों से आने वालों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए जांच के नियमों को सख्त कर दिया है।