- सिटी मजिस्ट्रेट से भिडे- पैरेंट्स, स्कूल में लगा दिया पोस्टर, लिखा – कोई फीस नहीं देगा
- अब राज्यपाल, सीएम का दरवाजा खटखटाएंगे पालक संघ के लोग
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और रायपुर शहर पालक प्रशासनिक अफसरों और स्कूल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते दिखे । बिलासपुर में प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ा रहे पालक कलेक्टोरेट में जमा हो गए। हाथों में फीस का दबाव ना बनाने जैसे नारे लिखे तख्तियां लेकर लोग पहुंचे। सभी ने अपर कलेक्टर डीएस उइके से मिलने की मांग रखी। कहा- कि बीते साल प्राइवेट स्कूल की मनमानी पर नियंत्रण का जो आदेश दिया था उस पर आज तक अमल नहीं हुआ। दूसरी तरफ लॉकडाउन अवधि में फीस देने का दबाव स्कूल बना रहे। करीब 6 घंटे तक पालकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। सिटी मजिस्ट्रेट पंकज डहरे से पालक भिड़ गए, अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे। शाम हो जाने की वजह से परिजन घरों को लौट गए। जल्द परिजन यहां दोबारा प्रदर्शन के लिए जमा हो सकते हैं।
रायपुर में भी हंगामा
रायपुर में बैनर बाजार और कापा इलाके के होली क्रॉस स्कूल, मोवा के आदर्श स्कूल में बड़ी तादाद में परिजन पहुंचे। इनमें से राजेश कश्यप ने बताया कि हाई कोर्ट ने प्राइवेट स्कूल को ट्यूशन फीस लेने कहा था, मगर स्कूल जैसे पिछले सालों में फीस वसूलते थे, वैसे ही पूरे पैसे मांग रहे हैं, जबकि सिर्फ आॅनलाइन क्लास चल रही है। स्कूलों का कोई संसाधन इस्तेमाल नहीं हो रहा। पालकों की माली हालत ठीक नहीं, इसलिए हमनें फीस में रियायत की मांग की मगर स्कूल प्रबंधन सुनने को तैयार नहीं है। अब इन स्कूलों के गेट पर हमने पोस्टर लगा दिया है कि कोई भी पालक फीस के पैसे नहीं देगा। मंगलवार को हम, राज्यपाल, और मुख्यमंत्री से मिलेंगे। इन स्कूलों की शिकायत कलेक्टर से भी करेंगे।