ओडिशा के बालासोर में दो जून को हुए रेल हादसे की भयावह तस्वीरें आज भी लोगों को डरा रही हैं। हादसे में 288 नहीं, बल्कि 275 लोगों की मौत हुई है। रेलवे ने दावा किया कि कुछ शव दो बार गिन लिए गए थे। हादसे में 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। रेलवे ने हादसे का कारण प्रारंभिक जांच में सिग्नल में गड़बड़ी को माना है, लेकिन किसी भी जिम्मेदार पर कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोषियों नहीं बख्शे जाने की बात कही है।
रेलवे के मुताबिक, राहत और बचाव कार्य के बाद मरम्मत का काम किया जा रहा है। बहानागा स्टेशन पर 4 लाइनें हैं। इसमें 2 मेन लाइन हैं। लूप लाइन पर मालगाड़ी थी। स्टेशन पर ड्राइवर को ग्रीन सिग्नल मिला था। दोनों गाड़ियां अपने पूरे गति पर चल रही थीं। घटना की चपेट में सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस आई थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। मालगाड़ी में लोहा लदा था। इस वजह से मालगाड़ी के डिब्बे अपनी जगह से हिले भी नहीं थे।
कोरोमंडल एक्सप्रेस के यात्रियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। यशवंतपुर एक्सप्रेस वहां से गुजर रही थी। टक्कर के बाद पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे यशवंतपुर एक्सप्रेस के पीछे के दो डिब्बों से टकरा गए थे। इस वजह से यशवंतपुर एक्सप्रेस के डिब्बे भी पटरी से उतर गए थे।