रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश सरकार के इशारों पर चल रही बदलापुर की राजनीति को लेकर एक ओर जहां कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों और उनके करीबियों द्वारा शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बदसलूकी, मारपीट और छेड़खानी जैसी आपराधिक वारदातें करने पर कांग्रेस और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारियों को भी साफ-साफ संदेश दिया है कि सत्ता कभी स्थायी नहीं होती, इस बात को प्रशासनिक अधिकारी सदैव ध्यान में रखें और सत्ता के दबाव और राजनीतिक संरक्षण में बदलापुर की राजनीति के मोहरे बनकर भाजपा नेताओं व कार्यकतार्ओं पर झूठे मामले दर्ज कर उन्हें अकारण प्रताड़ित करने से बाज आ जाएं।
कांग्रेस के लोग सत्ता के संरक्षण में अपनी सारी हदें लांघ रहे
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने सवाल किया कि सत्ता के मद में चूर कांग्रेस के लोग सत्ता के संरक्षण में अपनी सारी हदें लांघकर अलोकतांत्रिक आचरण का जो सिलसिला चलाए हुए हैं, क्या ऐसे ही प्रशासन चलाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी घुड़सवारी पर इठला रहे हैं? मुख्यमंत्री बघेल भाजपा के लोगों को खुलेआम धमका रहे हैं, चुन-चुनकर भाजपा के लोगों को झूठे मामले दर्ज कर जेल में डाला जा रहा है, लेकिन चुनकर आए कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के आपराधिक कृत्यों पर कांग्रेस व उसकी सरकार खामोश हैं। श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस का यह शासनकाल प्रदेश में राजनीतिक प्रतिशोध के साथ-साथ कांग्रेस नेताओं और जनप्रतिनिधियों की गुण्डावाहिनियों की आपराधिक करतूतों के चलते जंगलराज कायम कर चुका है। मामला चाहे रायगढ़ जिले की बरमकेला जनपद पंचायत में पदस्थ एक महिला सब-इंजीनियर (फिलहाल निलंबित) को प्रताड़ित कर छेड़खानी करने का हो, चाहे बिलासपुर के मस्तूरी थाना क्षेत्र में मल्हार नगर पंचायत के अध्यक्ष व पार्षदों द्वारा सीएमओ को बंधक बनाकर मारपीट, गाली-गलौज कर धमकाने का हो, चाहे बृहस्पत सिंह समेत दीगर कांग्रेस विधायकों द्वारा अधिकारियों से गाली-गलौज करने का हो, कांग्रेस नेताओं की अपराधों में संलिप्तता के मामले हों या चाहे आदिवासियों पर वाहन चढ़ाकर आतंक फैलाने और उनकी जान से खिलवाड़ करने का मामला हो या फिर राजधानी में सरेआम आदिवासी युवक व उसकी माँ के साथ कांग्रेस के पार्षद द्वारा मारपीट का मामला हो या फिर हिरालत में लिए गए अपराधियों को थाने से छुड़ाकर ले जाने और अपराधियों को थाने से छुड़वाने के लिए पुलिस को धमकाने और पुलिस पर दबाव डालकर रातो-रात आरोपी ही बदल डालने का मामला हो, कांग्रेस के लोग सत्ता-बल की धौंस दिखाकर प्रदेश को अराजकता के गर्त में धकेल रहे हैं।
मुख्य आरोपियों को छोड़कर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने में लगे
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई की वजह गाल बजाते कांग्रेस नेताओं को इस बात पर क्या शर्म महसूस होगी कि इनमें से कई मामलों में पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी करती रही और महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग की दखल और धरना देने की मशक़्कत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। श्री कौशिक ने कहा कि झूठे आरोपों में भाजपा के लोगों को प्रताड़ित करने वाली प्रदेश सरकार और कांग्रेस अपने नेताओं, जनप्रतिनिधियों के आपराधिक कृत्यों पर मुंह में दही जमाए बैठी है और प्रशासनिक अधिकारी कांग्रेस की राजनीतिक भाषा बोलकर भाजपा पर झूठे लांछन लगाने और मुख्य आरोपियों को छोड़कर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने में लगे हैं। प्रदेश के लिए असहनीय बोझ बन चुकी इस प्रदेश सरकार के कलंकित कार्यकाल में कांग्रेस के लोग और उनके करीबी सरकारी दफ़्तरों में घुसकर महिला कर्मचारियों के साथ छेड़खानी और मारपीट करते हैं, राजधानी में पुलिस वालों को जान बचाकर भागने लिए मजबूर करते हैं, प्रदेश के अमूमन सभी इलाकों में विरोधी राजनीतिक जनप्रतिनिधियों के अलावा सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों पर कांग्रेस से जुड़े माफिया जानलेवा हमले करते हैं, तमाम तरह के नशे के गोरखधंधे में कांग्रेस के लोगों की संलिप्तता के मामले क्या प्रदेश सरकार को कानूनी कार्रवाई के लिए कभी झकझोरते हैं? श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार और सत्तारूढ़ दल के राजनीतिक संरक्षण में कांग्रेस के चुने हुए लोग चहुँओर तांडव मचाकर जंगलराज कायम कर रहे हैं और मुख्यमंत्री बघेल समेत पूरी प्रदेश सरकार और कांग्रेस अपने नाकारापन पर पर्दा डालने के लिए संघ-परिवार और भाजपा के खिलाफ प्रलाप करने में मशगूल हैं।
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