नासा का मानवरहित ओरियन अंतरिक्ष यान अपना चंद्र मिशन पूरा कर पृथ्वी की ओर रवाना हो गया है। यह पृथ्वी पर 11 दिसंबर को पहुंच जाएगा। आर्टिमिस-1 मिशन के तहत भेजा गया ओरियन यान सोमवार को चंद्रमा के सबसे निकट से गुजरा, उसने चंद्रमा की सतह से सिर्फ (80 मील) 130 किमी की ऊंचाई पर उड़ान भरी।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि इससे पहले आर्टेमिस मिशन के दौरान ओरियन ने चंद्रमा के चारों ओर दूरस्थ कक्षा में लगभग छह दिन बिताए। एक सप्ताह पहले ओरियन ने पृथ्वी से करीब 2,70,000 मील की दूरी का रिकार्ड बनाया था। एक बार जब यह पृथ्वी पर वापस आ जाएगा, तो ओरियन 14 लाख मील से अधिक की यात्रा कर चुका होगा। सोमवार को मिशन का आखिरी दिन था।
नासा के मेगा मून राकेट एसएलएस ने 16 नवंबर को फ्लोरिडा से उड़ान भरी थी। शुरू से अंत तक ये यात्रा करीब साढ़े 25 दिनों तक चली है। ओरियन अंतरिक्ष यान 11 दिसंबर को सैन डिएगो से दूर प्रशांत महासागर में लैंड कर सकता है। 50 साल पहले अपोलो मिशन के बाद यह पहली बार है, जब नासा का कोई कैप्सूल चांद पर गया। उम्मीद है कि मनुष्य 2030 से पहले चांद पर सक्रिय हो जाएगा।