कृषि कानूनों में सुधार के विरोध का आंदोलन बेलगाम हो चुका है। टीकरी बार्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों ने पक्का निर्माण शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं बहादुरगढ़ के एसडीएम कार्यालय से करीब 200 मीटर दूर बाईपास से कनेक्ट होने वाले सेक्टर 10-12 के डिवाइडिग रोड पर रोहतक जिले के गांव धामड़ के प्रदर्शनकारियों ने भी पक्का निर्माण जारी है। आंदोलन स्थल पर पक्के निर्माण ध्वस्त करने के प्रशासन के दावे और संयुक्त किसान मोर्चा की ऐसे निर्माण न करने की अपील को प्रदर्शनकारी किसानों ने खारिज कर दिया है। पक्के निर्माण करने वालों में हरियाणा के किसानों की संख्या ज्यादा है।
पक्के निर्माणों को लेकर हरियाणा श्ाहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के संपदा अधिकारी की शिकायत पर सदर थाना पुलिस बहादुरगढ ने पक्के निर्माण के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली वहीं। दूसरी शिकायत थाना शहर में नजफगढ़ फ्लाईओवर के साथ सर्विस लेन पर बोरवेल लगाने के मामले में रोहद टोल कंपनी की तरफ से दी गई है। इस मामले में भी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। वहीं, प्रशासन पक्के निर्माण करने वालों की सूची बना रहा है, ताकि उन पर आगे भी ठोस कार्रवाई की जा सके।
हरियाणा के प्रदर्शनकारियों से अलग पंजाब के प्रदर्शनकारी संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देशों पर चल रहे हैं। उनकी ओर से बांस-बल्ली व घास-फूस के तंबू बनाए जा रहे हैं। हालांकि एसडीएम हितेंद्र कुमार ने किसान नेताओं संग बैठक करके साफ कह दिया था कि आंदोलन स्थल पर पक्के निर्माण और बोरवेल लगाने की अनुमति नहीं है। किसान नेताओं ने एसडीएम से कहा था कि वह लगातार कई दिनों से किसानों को पक्के निर्माण न बनाने की अपील कर रहे हैं। पंजाब के प्रदर्शनकारियों ने तो संयुक्त किसान मोर्चा की अपील को सुनकर बांस-बल्ली व घास-फूस से तंबू बनाने शुरू कर दिए हैं। साथ ही पंजाब के प्रदर्शनकारियों की ओर से अब तक पक्के निर्माण भी कहीं पर नहीं किए गए हैं। मगर हरियाणा के प्रदर्शनकारियों की ओर से प्रशासन व किसान नेताओं की इन अपीलों को खारिज करते हुए पक्का निर्माण जारी रखा।