छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने सरकार ने महत्वकांक्षी योजना के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित कर रही है। इसका उद्देश्य अंदरूनी इलाके में भी बच्चे अंग्रेजी शिक्षा ग्रहण कर सके। मगर, सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना पर विभाग के नुमाइंदे, ठेकेदार के साथ मिलकर पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। प्राचार्य ने इसकी शिकायत विभाग के जिम्मेदार अफसरों को किया, परन्तु अफसर आते हैं फोटो खिंचते है और चले जाते है। कोई इस समस्या को लेकर निराकरण करने की कोशिश कोई नहीं करता। यही कारण है सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तर्ज पर बने करोड़ों के स्कूल भवन में छात्र भींग कर अध्ययन करने को मजबूर है।
सरकार ने शिक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए करोड़ों रुपये खर्च कर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निर्माण करवाया, लेकिन बिल्डिंग में लगने वाले राशि में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। यही कारण है कि बिल्डिंग निर्माण के पहले वर्ष में ही भवन जगह-जगह से पानी टपक रहा है। स्कूल के प्रवेश द्वार में ही पानी इतना जमा है कि यह कह पाना मुश्किल हो गया है कि स्कूल है या स्विमिंग पूल। भवन के कमरे से पानी टपकने के वजह से बच्चे भीग जाते हैं। दीवारें भीग गई हैं, जिससे शिक्षकों द्वारा ब्लैकबोर्ड में लिखा गया शब्द दिखाई नहीं देता। इसके कारण छात्रों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।