कांकेर। कांकेर के निकट संबंध वाले केशकाल तहसील मुख्यालय में छात्र आंदोलित हो रहे हैं। कारण यह है कि राज्य सरकार ने 1962 से केशकाल में चल रहे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को अचानक हिंदी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम वाला विद्यालय बना दिया है, जिसके कारण छात्रों को सिलेबस पूर्ण करने में भी दिक्कत होगी बल्कि सामान्य पढ़ाई में भी परेशानी होगी अथवा स्कूल छोड़कर कहीं और एडमिशन लेना होगा। इन दिक्कतों के समाधान के लिए छात्रों ने अनेक ज्ञापन कोंडागांव जिले के अधिकारियों को दिए किंतु कोई हल नहीं निकला। यहां तक कि शिकायत है कि स्कूल जर्जर था लेकिन जब से उसे अंग्रेजी माध्यम का बना दिया गया तो कोंडागांव प्रशासन उसका जीर्णोद्धार करने लगा ।यहां पक्षपात साफ दिखाई देता है छात्रों का कहना है कि हम किसी विद्यालय के खिलाफ नहीं हैं लेकिन हमारे केशकाल के हायर सेकेंडरी स्कूल को यथावत रखा जाए। हिंदी माध्यम से ही पढ़ाई हो ताकि छात्रों का भविष्य खराब ना हो। उनका कथन है कि हम राजधानी जाकर महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उईके से मुलाकात कर अपनी समस्याएं उन्हें बताएंगे । ये छात्र जब साइकिल मार्च करते हुए कांकेर से गुजर रहे थे , तब हमारे प्रतिनिधि से उनकी मुलाकात हो गई और उनकी मांगों को उचित समझ कर समाचार तैयार किया गया ताकि आम जनता को भी केशकाल के छात्रों की कठिनाइयों तथा भविष्य की चिंता का पता चल सके।