नई दिल्ली। भारत में नए संसद भवन के लिए 10 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास और भूमि पूजन किया। करोड़ों की लागत से तैयार होने वाले इस भवन को वास्तु के अलावा हर लिहाज से सुंदर बनाने की कोशिश की गई है। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि भारत के नए संसद भवन का मॉडल देखने में हूबहू विदिशा के विजय मंदिर की तरह लगता है। विजय मंदिर और भारत में बनने वाले नए संसद भवन दोनों की आकृति त्रिभुजाकार है। अगर विजय मंदिर और भारत के नए संसद भवन को ऊपर से देखा जाए, तो एक जैसे लगते हैं। विजय मंदिर का निर्माण मध्य प्रदेश के विदिशा में चालुक्य वंशी राजा कृष्ण के प्रधानमंत्री वाचस्पति ने करवाया था। लेकिन बाद में मुगल बादशाह औरंगजेब ने इस मंदिर पर हमला करके इसे तोड़ दिया था।
अपनी विशालता और प्रसिद्धि की वजह से विजय मंदिर हमेशा मुगल बादशाहों की नजरों पर बना रहा। इतिहासकारों के मुताबिक, औरंगजेब ने तोप लगवाकर इस मंदिर को उड़ा दिया था। साथ ही आक्रमणकारियों ने इस मंदिर को कई बार लूटा और तोड़ा, लेकिन श्रद्धालुओं ने हर बार इसका पुनर्निर्माण किया। मध्य प्रदेश के विदिशा में स्थित विजय मंदिर हमारे देश की प्रचीन धरोहर है। इस समय यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में है। इस मंदिर के जीर्णोद्धार और साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी एएसआई के पास ही है। बता दें कि विजय मंदिर के पास खनन के दौरान पुरातत्व विभाग को कीर्तिमुख भी मिले हैं। मनुष्य या सिंहों की मुंह की आकृति को उकेर कर पत्थर पर जो नक्काशी की जाती है और बेल-बूटे बनाए जाते हैं, उसे कीर्तिमुख कहा जाता है।