नई दिल्ली। कोरोना काल ने शिक्षा में भी कई रुकावट डाली है। ऑनलाइन मोड में होने वाली पढ़ाई की चुनौतियों को देखते हुए सीबीएसई ने अब 10 वी और 12 वी के सिलेबस को दो भागों में यानि 50,50 में विभाजित किया जाएगा। मौजूदा एकडमिक सेशन को दो भागों में बांट दिया जाएगा। इसके साथ ही सीबीएसई 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए भी अलग अलग महीनों की घोषणा की है।
सीबीएसई ने कोरोना महामारी संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया है। अब आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने नया फार्मूला तैयार किया है। सीबीएसई द्वारा बनाए गए नए कार्यक्रम के अंर्तगत 2021-22 के अकादमिक सत्र में बोर्ड परीक्षाएं दो बार में आयोजित की जाएगी। प्रत्येक बोर्ड परीक्षा में 50 प्रतिशत सिलेबस कवर किया जाएगा। इसके तहत पहली परीक्षा नवंबर-दिसंबर में ली जाएगी, वहीं शेष 50 प्रतिशत सिलेबस के लिए दूसरी परीक्षा मार्च-अप्रैल में आयोजित की जाएगी। 50-50 प्रतिशत सिलेबस के हिसाब से दो भागों में विभाजित का निर्णय विषयों के परस्पर संबंध को देखते हुए लिया गया है। इसके लिए विशेषज्ञों से चर्चा भी की गई। इसके बाद पाठ्यक्रम को दो अलग अलग अवधियों में विभाजित किया जा रहा है।
छात्रों के मूल्यांकन के लिए सीबीएसई आंतरिक मूल्यांकन एवं प्रोजेक्ट असाइंमेंट पर भी विशेष ध्यान देगी। सीबीएसई बोर्ड ने एक आधिकारिक जानकारी में कहा है कि 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं की योजना पर आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट संबंधित कार्यों को पहले के मुकाबले और अधिक विश्वसनीय व वैध बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।