उत्तर प्रदेश के बरेली में हलाला और तीन तलाक से परेशान मुस्लिम महिला शाहाना से शारदा बन गई। उसने मुस्लिम धर्म को त्यागकर सनातन धर्म अपना लिया। साथ ही उसने बसंत पंचमी के मौके पर बरेली निवासी ओमप्रकाश से शादी कर ली। बुलंदशहर की शाहाना ने बताया कि पूर्व पति से तीन तलाक मिलने के बाद उसे हलाला के लिए परेशान किया जा रहा था। वह मानसिक तनाव से जूझ रही थी। इस दौरान उसकी मुलाकात ओमप्रकाश से हुई। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई और अब उन्होंने शादी कर ली है।
शाहाना ने बताया कि मेरी मुलाकात 2 वर्ष पहले ओमप्रकाश से हुई थी। फिर दोस्ती कब प्यार में बदल गई पता नहीं चला। इसके बाद इस्लाम धर्म को छोड़ने का मन बना लिया। अब दोनों ने साथ जीने और मरने की कसम खाई है। शाहाना ने थाना इज्जत नगर क्षेत्र के भीटा नाथ मंदिर में ओमप्रकाश संग शादी रचाई। बकौल शाहाना उसने ‘घर वापसी’की है। दोनों की शादी की तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें शाहाना लाल जोड़े में नजर आ रही है। वहीं, ओमप्रकाश शेरवानी में दिखाई दे रहा है।
शाहाना ने बताया कि अब शारदा के नाम से जानी जाएगी। उसने अपना धर्म और नाम दोनों को ही बदल लिया है। तीन तलाक और हलाला की प्रथा से परेशान होकर उसने ये कदम उठाया है। किसी जोर-दबाव में शादी नहीं की है। ओमप्रकाश से प्रेम करती हूं। जब मेरे पति ने मुझे तीन तलाक दिया था, तब ओमप्रकाश मुझे मिले थे। पति हलाला के लिए परेशान करते थे। कुछ कमाते भी नहीं थे। उन्होंने तलाक देकर कहा था कि मुझे तुमसे कोई मतलब नहीं है।