छत्तीसगढ़ के झीरम कांड की जांच के लिए भूपेश सरकार ने दो सदस्यीय जांच आयोग की घोषणा की है। यह आयोग पहले जारी जांच के बिंदुओं के अतिरिक्त तीन नए बिंदुओं की भी जांच करेगा। इनमें पहला घटना के बाद घायलों को समुचित चिकित्सकीय सुविधा मिली थी?, दूसरा, ऐसी घटनाओं की पुर्नावृत्ति को रोकने के लिए क्या समुचित कदम उठाए गए थे? और तीसरा अन्य आयोग या राज्य शासन के आवश्यकता अनुसार तय किए जाएंगे।
आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सतीश के. अग्निहोत्री और सब सदस्य जी. मिन्हाजुद्दीन होंगे। आयोग छह महीने में अपनी रिपोर्ट देगा। जांच के लिए आयोग विशेषज्ञ और किसी संस्था की भी सहायता ले सकेगा। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की। भूपेश सरकार रिपोर्ट सबमिट होने के बाद सरकार ने गठित किया है। जांच के तीन और बिंदुओं पर पर काम आयोग करेगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने आयोग में दो नए सदस्यों को शामिल किया है। दो सदस्यों वाला यह जांच आयोग पहले जारी जांच के बिंदुओं के अतिरिक्त तीन नए बिंदुओं की भी जांच करेगा। इनमें पहला घटना के बाद घायलों को समुचित चिकित्सकीय सुविधा मिली थी?, दूसरा ऐसी घटनाओं की पुर्नावृत्ति को रोकने के लिए क्या समुचित कदम उठाए गए थे? और तीसरा अन्य बिन्दू आयोग या राज्य शासन के आवश्यकता अनुसार तय किए जाएंगे।