मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के पायरी उपार्जन केंद्र में ट्रैक्टर के माध्यम से धान उपार्जन कि सारे नियमों को शिथिल करते हुए पूर्व मंत्री के परिजन के लिए अलग से वीआईपी व्यवस्थाएं की गई। एक ओर जहां किसान धान उपार्जन केंद्र में बड़ी मशक्कत के बाद धान दे पता है। वही, मंत्री के परिजनों के लिए यह नियम और कानून लागू नहीं होते। इसकी शिकायत के बाद पयारी धान उपार्जन केंद्र में ट्रैक्टर में धान से लदे वाहन पर खाद विभाग के कार्रवाई के दौरान पता चला कि पूर्व मंत्री बिसाहू लाल के पुत्रों के रजिस्ट्रेशन के नाम पर ट्रैक्टर में लोड कर धान उपार्जन केंद्र के गोदाम में सीधे जमा कराया जा रहा था।
नियमानुसार उपार्जन केंद्र में धान को लाकर उसके रजिस्ट्रेशन के अनुसार एंट्री कराई जाती है। धान का झाला करने के बाद उपार्जन केंद्र से मिली बोरियों पर मजदूरों द्वारा भरवारा जाता है। धान की जांच और उसमें नमी की जांच होने के बाद सर्वेयर द्वारा धान को सत्यापित किया जाना चाहिए, लेकिन मंत्री का धान होने के कारण उसे सीधा गोदाम में ले जाया गया। जहां यह सारे नियम और कानून सामान्य किसानों के लिए बनाए गए वहीं यह नियम और कानून पूर्व मंत्री के पुत्रों के लिए लागू नहीं हुए। वहीं खाद्य विभाग द्वारा ट्रैक्टर में आये हुए धान में कार्रवाई छोड कर गोदाम में की गई अनियमितताओं पर कार्रवाई की गई।