उपभोक्ता अब भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी सेंटर पर जाकर अपने बिना हालमार्क वाले सोने के आभूषणों की शुद्धता की जांच करा सकते हैं। चार वस्तुओं की जांच का शुल्क 200 रुपये है जबकि पांच या उससे अधिक वस्तुओं का टेस्टिंग शुल्क 45 रुपए प्रति आभूषण है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि अनिवार्य हालमार्किंग को लागू कर दिया गया है और हर दिन तीन लाख से अधिक आभूषणों को यूनिक आइडेंटिफिकेशन के साथ हालमार्क किया जा रहा है।
बीआइएस ने कहा है कि जांच केंद्र को उपभोक्ताओं के आभूषणों का परीक्षण करना होगा और उन्हें टेस्टिंग रिपोर्ट भी देनी होगी। बीआइएस ने कहा कि उपभोक्ताओं को मिलने वाली टेस्टिंग रिपोर्ट ना केवल आभूषण की शुद्धता के बारे उन्हें आश्वस्त करेगी बल्कि अगर वह उन्हें बेचना चाहेंगे तो इसके लिए यह रिपोर्ट उपयोगी होगी। हालमार्क वाले सोने के आभूषणों की प्रमाणिकता और शुद्धता का पता ‘बीआइएस केयर एप” के माध्यम से भी लगाया जा सकता है। इस एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।