लखनऊ । उत्तरप्रदेश में बढ़ते महिला अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। अब यूपी के हर थाने में महिला बीट अफसरों की तैनाती की जाएगी। डीजीपी के मुताबिक महिला बीट पुलिस बनाने का मकसद मिशन शक्ति अभियान को और मजबूती देकर गांव के दूर दराज इलाकों में आम जनता के लिए कम्यूनिटी पुलिसिंग को और सशक्त करना है। महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर नकेल कसने के लिए यूपी में महिला बीट के अफसरों की नियुक्ति की जाएगी. महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए यूपी के डीजीपी मुकुल गोयल ने ये नई पहल की है. महिला बीट के अफसरों की नियुक्ति कर वह महिला संबंधी अपराधों पर लगाम कसने की तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक महिला इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, चीफ कांस्टेबल, कांस्टेबल को मिलाकर महिला बीट तैयार की जाएगी। यूपी में मिशन शक्ति अभियान के तीसरे चरण के तहत हर थाने में महिला बीट पुलिस की तैनाती की जाएगी. खास बात ये है कि महिला बीट पुलिस हफ्ते में 2-3 दिन गांवों में भी जाएगी. ये टीम ग्राम सचिवालयों या पंचायत भवन में 11 से 3 बजे तक महिलाओं की परेशानियां सुनेगी ये पुलिस अफसर उनकी परेशानियों का समाधान भी करेंगी।
महिला बीट अफसरों को मिलेगी ट्रेनिंग
महिला पुलिस बीट में शामिल पुलिसकर्मियों को पुलिस इंस्पेक्टर या एडिशनल पुलिस इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में ट्रेनिंग देंगे। इलाके के इंचार्ज हर महीने महिला बीट के बीट बुक का निरीक्षण भी करेंगे। यूपी के डीजीपी ने पुलिस की उपलब्धता के हिसाब से हर थाना इलाके में तीन से चार महिला बीट बनाने का फैसला लिया है. ये पुलिस अफसर अपने बीट की महिलाओं के साथ संवाद कर उनकी परेशानियों को सुनेंगी. कोई भी हिंसा या क्राइम होने की स्थिति में संबंधित थाने को तुरंत इसकी जानकारी दी जाएगी।