कोरोना वैक्सीन पर भारत की कडी कार्रवाई के बाद मामले को शांत के लिए ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने पहल शुरू की है। ब्रिटेन की नई विदेश मंत्री लिज ट्रस ने कहा कि उनका देश रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत और अन्य लोकतांत्रिक देशों के साथ व्यापार और सुरक्षा समझौते करना चाहता है। उन्होंने तर्क दिया कि ऐसा करके ही अधिनायकवादी देशों के प्रभाव को कडी चुनौती दी जा सकेगी।
ब्रिटेन की विदेश मंत्री ट्रस ने कहा कि वह ‘आकस” की तर्ज पर और अधिक समझौता करने की इच्छुक हैं। दरअसल आकस आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका के बीच त्रिपक्षीय सुरक्षा गठबंधन है। इसे व्यापक रूप से चीन के जवाब के तौर पर देखा जाता है। ट्रस ने विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) में अपनी नई भूमिका संभालने के बाद से अपने पहले साक्षात्कार में कहा कि हम अधिक आर्थिक समझौते और सुरक्षा समझौते के लिए अपने दोस्तों और सहयोगियों के साथ काम करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि आकस विशेष रूप से आस्ट्रेलिया के साथ व्यापार और नौवहन मार्गों की सुरक्षा के बारे में है। वह भारत, जापान और कनाडा के साथ उसी तरह के क्षेत्रों में उस सुरक्षा सहयोग का विस्तार करने के लिए व्यवस्थाओं को देखना चाहती हैं। कुछ देशों के साथ हम दूसरों के मुकाबले अधिक गहन सुरक्षा व्यवस्था करने में सक्षम होंगे। दो साल तक व्यापार मंत्री रहने के बाद एक बात पता चली कि ब्रिटेन पर काफी भरोसा किया जाता है। हम भरोसेमंद हैं और जब हम कहते हैं कि हम कुछ करेंगे तो हम करेंगे, हम नियमों का पालन करते हैं।