10 घंटे से नारायणपुर-ओरछा मार्ग बंद
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 6 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण सड़क पर उतर गए हैं। अबूझमाड़ इलाके के 25 से ज्यादा गांव के ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया है। सुबह साढ़े पांच बजे से ही ओरछा ब्लॉक के नयानार के पास सड़क पर ही सैकड़ों ग्रामीण अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए हैं। ऐसे में पिछले 10 घंटों से नारायणपुर-ओरछा मुख्य मार्ग पूरी तरह से बंद है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी तब तक वे इसी तरह आंदोलन करते रहेंगे। फिलहाल प्रशासन ग्रामीणों से बातचीत करने में लगा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि बस्तर के आदिवासियों की आय का सबसे प्रमुख साधन यहां के वनोपज हैं। वनोपज से कमाए पैसों से ही उनका गुजारा चलता है। ग्रामीणों ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार वनोपज के दामों को बढ़ाए। ताकि इसका सीधा फायदा ग्रामीणों को मिले और वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सके। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि प्रति किलो धान 32 रुपए की दर से सरकार खरीदे। चक्काजाम करने पहुंचे ग्रामीण अपने साथ राशन समेत खाना बनाने के लिए बर्तन भी लेकर आए हैं। अमूमन देखा जाता है कि जब ग्रामीणों को अपनी मांगों को लेकर लंबे समय तक धरना देना होता है तभी वे अपने साथ राशन लेकर पहुंचते हैं।
सड़क के बीच में बांधे बैनर, वाहनों की लगी कतार
नयानार में धरने पर बैठे ग्रामीणों ने सड़क के बीच कई बैनर भी बांधे हैं, जिसमें ग्रामीणों ने अपनी मांग लिखी है। नारायणपुर का रविवार को साप्ताहिक बाजार भी है, ऐसे में बाजार जाने वाली वाहनों की भी कतारें लग चुकी है। बताया जा रहा है कि बाजार में दुकान लगाने जाने वाले व्यापारी भी इस बंद में फंसे हुए हैं।
यह है ग्रामीणों की मांग
प्रति 1 किलो धान को सरकार 32 रुपए की दर से किसानों से खरीदे।
बारिश से फसल तबाह हुई है, सभी किसानों को जल्द से जल्द इसका मुआवजा सरकार दें और कर्ज माफ करें।
पूंजीपतियों की चीजों में बढ़ती महंगाई को कम करें।
वनोपज के सभी संसाधनों और किसानों के सभी उपज का मूल्य बढ़ती महंगाई के अनुसार बढ़ाया जाए।
चुनाव के पहले किए गए वादों को पूरा करें।