मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या केस बंद करने की शर्त पर बैंकों को 13960 करोड़ रुपये चुकाने की पेशकश की है। माल्या के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि बैंकों के कंसोर्टियम को बड़ा पैकेज देने की पेशकश की है। बैंक अगर इसे स्वीकार कर लेता है तो उनके खिलाफ सभी मामले हल ईडी निकाला सकती है। हालांकि माल्या ने इससे पहले भी कहा था कि किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा लिए गए सारे कर्ज को चुकाने के लिए तैयार है, लेकिन भारत में बैक और ईडी उसकी बात नहीं सुन रहे हैं।
मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष विजय माल्या के वकील ने सैटलमेंट पैकेज की रकम का कोई जिक्र नहीं किया है। मगर सूत्र बताते हैं कि माल्या सेटलमेंट के लिए 13,960 करोड़ चुकाने को तैयार है। माल्या की ओर से प्रस्तावित यह अब तक की सबसे ज्यादा रकम है। इससे पहले 9000 करोड़ की पेशकश की थी। माना जा रहा है कि ईडी में पंजीकृत पीएमएलए के तहत बैंकों के कंसोर्टियम के साथ विवाद के निपटारे और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों को बंद करने के लिए माल्या की यह अब तक की यह सबसे ऊंची पेशकश है।
भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में 13 बैंकों के कंसोर्टियम ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ लंदन हाईकोर्ट में कहा था कि माल्या द्वारा 9,834 करोड़ चुकाने का प्रस्ताव बेतुका है। माल्या पर देश के बैंकों का करीब 9000 करोड़ का कर्ज बकाया है और वह इसे चुकाए बिना मार्च 2016 में देश से बाहर चला गया था। माल्या को भगोड़ा घोषित किया जा चुका है और उसपर लंदन की अदालत में केस भी चल रहा है। इसके अलावा कई भारतीय एजेंसियां उसको मनी लॉन्ड्रिंग और पैसे की धोखाधड़ी सहित कई डिफॉल्ट मामले में वॉन्टेड घोषित कर चुकी हैं।