छत्तीसगढ़ के जगदलपुर रेलवे स्टेशन पर एक रोचक मामला सामने आया है। यहां रद कर दी गई एक ट्रेन 95 किलोमीटर तक चली गई फिर उसे वापस बुलाया गया। दरअसल यहां से छूटने वाली जगदलपुर-हावड़ा समलेश्वरी एक्सप्रेस (18006) को शुक्रवार को आधुनिकीकरण कार्य के चलते रद किया गया था, लेकिन लापरवाही के चलते इसे रवाना कर दिया गया। यात्रियों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी। इस मामले में दो वरिष्ठ कर्मचारियों को निलंबित किया गया है।
वाल्टेयर रेलमंडल प्रबंधक अनूप सतपथी ने फोन पर बताया कि ट्रेन रद का निर्देश जारी करने में लापरवाही सामने आई है। इस मामले में कोचिग कंट्रोल और वाणिज्य विभाग के दो वरिष्ठ कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
गौरतलब है कि पूर्वी तट रेल जोन के संबलपुर रेलमंडल में टिटिलागढ़ और थिरूवली स्टेशनों के बीच आधुनिकीकरण कार्य के लिए इस मंडल से होकर गुजरने वाली कुछ यात्री ट्रेनों को रद तो कुछ को परिवर्तित मार्ग से चलाने का निर्देश जारी किया गया है। इसमें जगदलपुर-हावड़ा समलेश्वरी एक्सप्रेस भी शामिल है।
जगदलपुर-हावड़ा समलेश्वरी को 17, 22, 27 और 29 जून को जगदलपुर स्टेशन में रद करने की सूचना दो दिन पहले विभागीय वाट्सएप ग्रुप पर शेयर की गई थी। लेकिन, मैसेज शेयर करने के दो दिन बाद तक कोचिग कंट्रोल और वाणिज्य सेक्शन से आधिकारिक रूप से जगदलपुर स्टेशन स्थित कंट्रोल सेक्शन (रनिग डिपार्टमेंट) को आर्डर नंबर के साथ सूचना नहीं दी गई। आदेश जारी नहीं होने के कारण यहां ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर राजा श्रीहरि प्रसाद ने सुबह पांच बजकर पांच मिनट पर समलेश्वरी एक्सप्रेस को रवाना कर दिया।
वाल्टेयर रेलमंडल के कोचिग कंट्रोल सेंटर (वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक के अधीन) को जब ट्रेन को रवाना होने की जानकारी हुई तब तक काफी देर हो गई थी। कोचिग कंट्रोल सेंटर से सुबह 7.45 बजे जगदलपुर स्टेशन को हाट लाइन फोन पर समलेश्वरी एक्सप्रेस को रद करने का आधिकारिक निर्देश दिया गया। इसके बाद ट्रेन को 95 किमी दूर ओडिशा मानाबार स्टेशन में रोकाकर वहां से वापस जगदलपुर के लिए रवाना किया गया। सुबह 11.30 बजे गाड़ी जगदलपुर पहुंची।