रायपुर।उपसंचालक मत्स्य विभाग ने बताया कि विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों एवं प्रचार सामग्रियों से ज्ञात हुआ है कि कुछ संस्थाओं के द्वारा जिले के किसानों से मत्स्य पालन कार्य के लिए बड़ी धनराशि लेकर अनुबंध कृषि एवं मत्स्य पालन कार्य में भूमि तथा धनराशि का निवेश करने के लिए प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक एवं निश्चित मासिक आय का प्रलोभन दिया जा रहा है।
उन्होंने आम नागरिकों को अवगत कराया है कि कार्यालय, उप संचालक मछली पालन, जिला रायपुर या इस कार्यालय के किसी भी विभागीय तकनीकी अधिकारी के द्वारा ऐसी किसी भी गतिविधि का समर्थन या प्रोत्साहन नहीं किया जा रहा है, और ना ही विभाग का उक्त किसी गतिविधि या संस्थान से कोई संबंध है, और ना ही विभाग द्वारा ऐसी किसी योजना अथवा गतिविधि को प्रमाणित किया गया है। विभाग ऐसी किसी गतिविधि के माध्यम से अनुदान के भुगतान का समर्थन नहीं करता है।आमजन मत्स्य पालन के क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति अथवा संस्थान के द्वारा दिये गए ऐसे प्रलोभन से बचें।इस प्रकार के अनुबंध कृषि अथवा मत्स्य पालन कार्य में निवेश करने से पहले ऐसी संस्थाओं और उनके द्वारा किये जा रहे वादों, अनुबंध शर्तों का सतर्कतापूर्वक परीक्षण करें। अनुबंध के वैधानिक एवं आर्थिक पक्षों का भली-भांति परीक्षण व विचार कर स्वयं के विवेक एवं व्यक्तिगत जिम्मेदारी से निर्णय लें।