कानपुर। उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है. लखनऊ चिडिय़ाघर के पक्षियों में बर्ड फ्लू के वायरस मिलने के बाद चिडिय़ाघर का बर्ड प्लू सेक्शन बंद कर दिया गया है. बर्ड हाउस में लोगों के जाने पर रोक लगा दी गई है. वहीं कानपुर चिडिय़ाघर में बाड़े के सभी पक्षियों को मारने का आदेश प्रशासन ने दिया है. यहां भी कुछ पक्षियों में बर्ड फ्लू के वायरस मिले हैं. फिलहाल कानपुर चिडिय़ाघर को सील कर दिया गया है. बता दें कि कानपुर चिडिय़ाघर में बर्ड फ्लू का संक्रमण मिलने पर चिडिय़ाघर को सील कर दिया गया है. यहां पर चार पक्षियों की मौत की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू के वायरस मिले हैं. कानपुर कमिश्नर राजशेखर के आदेश पर चिडिय़ाघर के आसपास के इलाके को रेडजोन घोषित किया गया है. यहां पर प्रशासन और निवासी सभी अलर्ट हो गए हैं.
सभी पक्षियों को मारने के आदेश
इसके अलावा प्रशासन ने बाड़े के पक्षियों को भी मारने के आदेश चिडिय़ाघर प्रशासन को दिए हैं. इस चिडिय़ाघर में दो दिनों में दस पक्षियों की मौत हुई थी जिनमें से चार पक्षियों के के सैंपल जांच के लिए लेब्रोटरी भेजे गए थे. वहां से आई रिपोर्ट में चारों पक्षियों में बर्डफ्लू के वायरस पाए गए हैं.
–लखनऊ जू में भी अलर्ट
कानपुर चिडिय़ाघर में बर्ड प्लू की पुष्टि होने के बाद लखनऊ चिडियाघर में भी प्रशासन अलर्ट हो गया है. लखनऊ चिडिय़ाघर के बर्ड सेक्शन को बंद कर दिया गया है. इस सेक्शन में लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है. बर्ड सेक्शन के पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. वहां पर अब सैनिटाइजेशन किया जा रहा है.
जानवरों को चिकेन देना बंद
चिडिय़ाघर प्रशासन ने अब भोजन के रूप में जानवरों को चिकेन देना बंद कर दिया है. अब जानवरों को अंडा दिया जा रहा है वह भी 20 मिनट तक उबालने के बाद. बर्ड फ्लू से बचाव के लिए पक्षियों को दवाइयां भी दी जा रही है.