जापान के शोधकर्ताओं की एक टीम को मूत्र के माध्यम से ब्रेन ट्यूमर का पता लगाने में बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने एक ऐसा नया उपकरण विकसित किया है, जिसमें मूत्र के जरिये इसकी पहचान हो सकती है। मूत्र में एक महत्वपूर्ण प्रोटीन की पहचान कर यह पता लगाया जा सकता है कि पीड़ित में ब्रेन ट्यूमर है या नहीं है। जांच की इस विधि से लक्षण दिखने से पहले ही ब्रेन ट्यूमर का पता चल सकता है।
जापान की टोक्यो यूनिवर्सिटी के सहयोग से नागोया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने ब्रेन ट्यूमर ईवी के विश्लेषण के लिए नैनोवायर के उपयोग से एक नया प्लेटफार्म तैयार किया है। उन्होंने इस डिवाइस का उपयोग सीडी31 और सीडी63 रूप में ज्ञात दो प्रकार के एक्स्ट्रसेल्यूलर वेसिकल (ईवी) झिल्ली प्रोटीन की पहचान के लिए किया। इस तरीके से डाक्टर लक्षण विकसित होने से पहले ट्यूमर के रोगियों की पहचान करने में सक्षम हो सकते हैं। किसी व्यक्ति के मूत्र में ट्यूमर से संबंधित ईवी की मौजूदगी संकेत है कि उसे ब्रेन ट्यूमर है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि मूत्र में मौजूद प्रमुख झिल्ली प्रोटीन का उपयोग ब्रेन कैंसर का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। नागोया यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर ताकाओ यासुई ने कहा कि मूत्र जांच प्रभावी और आसान विधि है। जांच की यह विधि कष्टकारी नहीं है। मूत्र में ऐसे बायोमोलेक्यूलर मौजूद होते हैं, जिससे बीमारी की पहचान हो सकती है।