भारतीय वायुसेना की पहली महिला युद्धक पायलट स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी ने पिछले कुछ हफ्तों में विदेशी हवाई युद्धाभ्यास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। स्क्वाड्रन लीडर अवनी ने कहा कि युद्धक विमान उड़ाना रोमांचक है और जो युवा वायुसेना में अपना कैरियर बनाना चाहता हैं, उनके लिए अनंत आकाश खुला है।
एसयू-30एमकेआइ की पायलट अवनी चतुर्वेदी ने बताया कि 12 से 26 जनवरी तक जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेएएसडीएफ) के साथ जापान के एयरबेस हयाकुरी में 16 दिनों का विशाल हवाई युद्धाभ्यास हुआ था। इसमें शामिल भारतीय वायुसेना के दस्ते में वह भी शामिल थीं। चतुर्वेदी ने बताया, “विदेशी वायुसेनाओं के साथ हवाई सैन्य अभ्यास करना हमेशा ही एक अच्छा अनुभव होता है। मेरे लिए यह इसलिए भी खास है कि क्योंकि अंतरराष्ट्रीय युद्धाभ्यास में शामिल होने का यह मेरा पहला अनुभव है। यह मेरे लिए महान अवसर और सीखने का आनंददायी अनुभव है। इस युद्धाभ्यास ने हमें एक-दूसरे से सीखने का अवसर दिया।”
कंप्यूटर साइंस में एबी टेक स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी समेत पहली तीन महिला युद्धक पायलटों को जून,2016 में वायुसेना में शामिल किया गया था। युद्धक विमान की दो अन्य महिला पायलटों में भावना कांत और मोहाना सिंह शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार वायुसेना की युद्धक महिला पायलटों ने देश में हवाई युद्धाभ्यास में भाग लिया है। लेकिन विदेश में होने वाले युद्धाभ्यास में शामिल होने का यह पहला अवसर है।