जिला मुख्यालय बलरामपुर के एक क्वारेंटाइन सेंटर में अव्यवस्था का वीडियो कथित रूप से वायरल करने पर जनपद सीईओ और तहसीलदार द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत से मचे बवाल के बीच शिकायतकर्ता युवक के खिलाफ पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। बलरामपुर जनपद के सीईओ ने क्वारेंटाइन किए गए युवक के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कराया है।
बलरामपुर के क्वारेंटाइन सेंटर में रुके युवक ने तीन दिन पहले आरोप लगाया था कि सेंटर में सुविधाओं की बहुत कमी है। यहां रुके सभी प्रवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बार-बार आग्रह करने के बावजूद समस्याओं का निराकरण नहीं करने से उन्होंने अव्यवस्थाओं का वीडियो वायरल कर दिया
इससे नाराज होकर बलरामपुर जनपद के सीईओ व तहसीलदार ने सेंटर में घुसकर उसके साथ मारपीट की और मोबाइल भी छीन लिया। इस घटना की शिकायत बलरामपुर थाने में की गई थी। कुछ लोग युवक के समर्थन में आ गए थे।
यह घटना सत्ता और विपक्ष के बीच राजनीति का मुद्दा बनने की ओर आगे बढ़ रहा था।इसी बीच बलरामपुर जनपद पंचायत के सीईओ ने युवक पर नियमों की अनदेखी और पनीर की सब्जी तथा घर का बना भोजन मांगने का दबाव बना क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन करने की शिकायत थाने में दर्ज करा दी, जिस पर पुलिस ने युवक के खिलाफ ही अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
जनपद सीईओ विनय गुप्ता ने बलरामपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है कि बलरामपुर के वार्ड क्रमांक 7 निवासी दिलीप गुप्ता पिता चन्द्रीका साहू द्वारा क्वारनटाईन सेंटर में मांग एवं परेशान करने के संबंध में प्राप्त पत्र एवं जिला प्रशासन के सूचना के आधार पर तहसीलदार के साथ बालक छात्रावास बलरामपुर के क्वारंटान सेंटर में रात 10.30 बजे वे पहुंचे थे।
ड्यूटी में उपस्थित कर्मचारी राजेन्द्र एवं कपिल से सेंटर की गतिविधि के संबंध में पूछताछ किया गया। उन्होंने बताया कि अभी गार्ड भोजन करने गया है। हम लोग उपस्थित है। मौके पर मण्डल संयोजक एवं संबंधित अधीक्षक को बुलाया गया। वे सभी सेंटर के बाहर खड़े हो गए। सभी ने देखा कि कुछ लोग जगे हुए हैं, उन्हें आवाज दी गई, लोग बाहर आए।
शिकायत के आधार पर उनसे पूछा गया दिलीप गुप्ता कौन है। उनके द्वारा अन्दर से ईशारा करके बताया गया की इस कमरे में हैं। इन्हीं लोगों के द्वारा दिलीप गुप्ता को बाहर आने के लिए बोला गया। दिलीप बाहर आया तब जनपद सीईओ ने पूछा क्या आप ही दिलीप गुप्ता हैं उसके द्वारा हां कहने पर बाहर बुलाकर समस्याओं के बारे में चर्चा की गई तो उसने कहा की मैने व्हाट्सअप विडियो बनाकर भेज दिया है। आरोप है कि युवक द्वारा बोला गया कि वह बलरामपुर का रहने वाला है।
कथित रूप से अधिकारियों से भी अपमानजनक तरीके से उसने बात की। थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक अधिकारियों ने अव्यवस्था के बारे में दिलीप गुप्ता से ज्यादा बात न कर निर्देशित किया कि क्वारनटाइन सेन्टर के नियमों का पालन करें। क्वारेंटाइन सेन्टर के अधिकारी एवं कर्मचारी से चर्चा पर पता चला कि दिलीप गुप्ता को 15 मई को सेंटर में लाया गया था। आने के बाद से ही क्वारेंटाइन नियमों का पालन नहीं कर रहा है। अपने कक्ष के लोगों के पास तथा दूसरे हाल में रूके लोगों से लगातार मिलता रहा।
फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन और मास्क नहीं पहनने की शिकायत मिली। पनीर की सब्जी बनाने एवं घर से टिफिन बुलवाने की जिद करते हुये कर्मचारियों को परेशान करता रहा। आरोप है कि उसकी जिद पूरी नहीं होने पर उसने सारी सुविधाएं, साफ सफाई उचित व्यवस्था के बावजूद वहां व्यक्तियों को बहला कर प्रशासन की छवि धूमिल करने के मकसद से वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। युवक के इस कृत्य को कोरोना संकट में दहशत फैलाने वाला कृत्य मान कर दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने युवक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।