अगर आप काफी नहीं पीते हैं तो आज से ही पीना शुरू कर दीजिए। हाल ही में अमेरिका में हुए एक अध्ययन में पता चला है कि यह किडनी की बीमारी के खतरे को कम करने में सहायक है। ‘जर्नल किडनी इंटरनेशनल रिपोर्ट्स” में प्रकाशित निष्कर्ष बताते हैं, जो लोग प्रति दिन किसी भी मात्रा में काफी पीते थे, उनमें एक्यूट किडनी इंजरी (एकेआइ) का खतरा कम हो गया, बजाय उनके जिन्होंने काफी नहीं पी। एकेआइ को किडनी के दुश्मन के रूप में जाना जाता है। यह किडनी को कुछ घंटे या कुछ दिन में फेल या खराब कर सकता है। जर्नल की रिपार्ट के मुताबिक, जिन्होंने प्रति दिन किसी भी मात्रा में काफी पी, उनमें एकेआइ का खतरा 15 प्रतिशत कम पाया गया। वहीं, काफी पीने का असर उस समूह में सबसे ज्यादा दिखा जिन्होंने प्रति दिन दो या तीन कप काफी पी। उनमें एक्यूट किडनी इंजरी (एकेआइ) का खतरा 22 से 23 प्रतिशत तक कम पाया गया। टीम ने 24 साल के अध्ययन में 14 हजार वयस्कों पर यह अध्ययन किया। जान हापकिंग्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने काफी के असर को लेकर निष्कर्ष में बताया है कि या तो जैविक रूप से सक्रिय यौगिक कैफीन में मिल जाते हैं या कैफीन खुद किडनी में आक्सीजन के उपयोग को अच्छा कर देता है। शोध से संबंधित लेखक व यूनिवर्सिटी में मेडिसिन के प्रोफेसर चिराग पारिख कहते हैं कि एकेआइ में किडनी की अच्छी कार्यप्रणाली और सहनशीलता रक्त की लगातार सप्लाई व आक्सीजन पर निर्भर करती है।