अक्सर पुलिस की जांच यह बात सामने आती है कि अपराधी फर्जी आईडी से सिम निकालकर वारदात को अंजाम देते हैं। फर्जी आईडी के उपयोग का मतलब यह है कि किसी और की आईडी का इस्तेमाल कर सिम कार्ड निकलवा लेना। जब आप फोटो स्टेट करवाते हैं या जहां आप किसी काम के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आईडी कार्ड देते हैं वह चाहे तो आपकी आईडी की कॉपी रख सकता है और उसका गलत इस्तेमाल कर सकता है। अगर किसी ने आपकी आईडी से सिम लेकर वारदात कर दिया तो पुलिस नंबर ट्रैक करते हुए आपके दरवाजे पर आ जाएगी।
इस बारे में अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी आईडी से कितनी बार सिम खरीदा गया है तो आप घर बैठे इसका पता लगा सकते हैं। इसके लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेली कम्यूनिकेशन की तरफ से https://tafcop.dgtelecom.gov.in/. नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की गई है। यहां कोई भी चेक करता है कि उसकी आईडी से कितना बार नंबर जारी किया गया है तो पता चलता है कि आपकी आईडी से कोई फर्जी सिम चल रही है तो आप यहां से वो अनऑथराइज्ड सिम बंद करने की रिक्वेस्ट भी डाल सकते हैं।
सरकारी गाइडलाइंस के मुताबिक एक आदमी अधिकतम 9 नंबर या 9 मोबाइल कनेक्शन ले सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ टेली कम्यूनिकेशन ने फिलहाल ये सुविधा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ही शुरू की है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पूरे देश में ये व्यवस्था लागू होगी और लोगों के पास ये विकल्प होगा कि वो चेक कर सकें कि उनकी आईडी से कितने सिम कार्ड जारी हुए हैं।