- राज्य सरकार ने दिए जांच के ओदश
- युवती ने २ माह पूर्व कर ली थी आत्महत्या
- सहेली के बयान के बाद हुआ खुलासा
केशकाल। देश भर में इन दिनों आए दिन अनाचार के मामले सामने आ रहे हैं, उत्तर प्रदेश के हाथरस व छत्तीसगढ़ के बलरामपुर के बाद अब केशकाल विधानसभा के धनोरा थाना क्षेत्र अंतगज़्त एक और निर्भया के साथ 7 लोगों के द्वारा सामूहिक अनाचार की शिकार युवती के फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। इधर गैंगरेप मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 3 आरोपी अभी भी गिरफ्त से बाहर हैं। घटना की जांच के लिए कोंडागांव एएसपी आनंद साहू के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया । बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने ये जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक पीडि़ता की मौत के 2 माह बाद उसके पिता ने भी जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था । अब राज्य सरकार के निर्देश पर जांच कर करवाई के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
राज्य सरकार के निर्देश पर जांच जारी
कोण्डागांव में 19 जुलाई को घटित घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तत्काल मृतका के शव का उत्खनन कर पोस्टमार्टम की कार्रवाई करायी तथा संबंधित आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 15/2020 धारा-365, 376घ, 306, 506, 201, 34 भादवि में पंजीबद्ध कर घटना में शामिल 7 आरोपियों में से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 7 अक्टूबर को मीडिया में यह समाचार प्रकाशित हुआ था कि कोण्डागांव जिले के धनोरा थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ लगभग दो माह पूर्व बलात्कार एवं युवती द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना घटित हुई है। जानकारी मिलते ही पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर पुलिस महानिरीक्षक बस्तर श्री पी. सुंदरराज, पुलिस उप-महानिरीक्षक श्री संजीव शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव श्री सिद्धार्थ तिवारी ने घटना स्थल जाकर उक्त समाचार की पुष्टि की तथा तत्काल विधि अनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए।
दिनाँक 07.10.2020 को गांव पहुंचे पुलिस अधिकारियों को मृतिका के परिजन द्वारा बताया गया कि 19 जुलाई को ग्राम उड़ागांव की युवती के साथ एक दिन पूर्व पास के गांव में विवाह समारोह के दौरान 7 युवकों द्वारा जबरदस्ती साथ ले जाकर बलात्कार करने की घटना हुई थी। घटना के बाद सुबह ही घर लौटकर युवती द्वारा आत्महत्या की गई l उनकी साथ हुई दुष्कर्म की घटना के संबंध में पीड़िता द्वारा अपनी सहेली के अलावा अन्य किसी परिजन को नही बताई।युवती के आत्महत्या के कारण मालूम नही होने की स्थिति में परिजन द्वारा थाना में तत्काल किसी प्रकार की रिपोर्ट दर्ज न कर मृतिका के अंतिम क्रियाकर्म गांव में कर ली गई। फिर भी थाना क्षेत्रान्तर्गत घटित घटना का समय पर जानकारी प्राप्त कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करना एवं विधिसम्मत कार्यवाही नही करने पर तत्कालीन थाना प्रभारी रमेश सोरी की निलंबित कर जांच का आदेश दिया गया है।
मृतिका के आत्महत्या के कुछ दिन पश्चात ही परिजन को मृतिका के साथ दिनाँक 19 जुलाई 2020 को हुई दुष्कर्म के जानकरी मृतिका की सहेली के माध्यम से पता चला। तभी सम्पूर्ण घटनाक्रम की वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जानकरी मिलने पर तत्काल विधिसम्मत कार्यवाही करते हुये अब तक प्रकरण में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
दोनों प्रकरणों में नहीं हुई कानूनी कार्रवाई
दरअसल आदिवासी युवती की मौत के लगभग 2 माह बीतने के बाद 4 अक्टूबर को पीडि़ता के पिता के द्वारा भी जहर का सेवन कर आत्महत्या करने का प्रयास करना ये दोनों घटना अपने आप मे काफी सारे रहस्य समाहित होने की संभावनाएं बताई जा रही हैं वही दोनों ही प्रकरणों में किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई न होना भी जनचर्चा का विषय बना हुआ है।
मृतिका की सहेली ने बताई आपबीती
घटना की जानकारी मिलने पर पीडि़त लड़की के परिवार वालों से मिलने पर लड़की की सहेली ने उस रात किस प्रकार से घटना घटित हुई है उसके बारे में पूरी विस्तृत जानकारी बतलाते हुए कहा कि 2 माह पहले मैं और मेरे सहेली शादी में शामिल होने के लिए ग्राम कनागांव गए थे। जहां रात के वक्त हम सब शादी में नाच रहे थे कि कनागांव व फुंडेर गांव के लगभग 7 युवकों ने जबरदस्ती पीडि़ता को शादी वाले घर से उठाकर जंगल की ओर लेकर चले गए। जहां घंटों तक युवकों के द्वारा युवती के साथ सामूहिक रूप से अनाचार जैसी घिनौनी घटना को अंजाम दिया गया। युवती देर रात्रि शादी घर में पहुची और घटना के बारेे मे पूरी जानकारी बतलाई उस वक्त पीडि़ता के शरीर से काफी खून निकल रहा था । घटना में शामिल कुछ युवक शराब के नशे में भी थे तथा घटना को अंजाम देने से पहले जब युवकों का समूह पीडि़त युवती को जबरन ले जा रहे थे तब उसकी सहेली भी मौजूद थी। कुछ युवकों ने उसे भी घेर लिया, लेकिन वो किसी तरह उनके चंगुल से निकल कर भाग गई। पीडि़त युवती की सहेली ने बताया कि आरोपी युवकों ने धमकी देते हुए कहा था कि यदि घटना की जानकारी घरवालों को दी तो दोनों को जान से मार दिया जाएगा। इसलिए डर के कारण वो चुप रहे तथा घर में किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन घटना के बाद यह बात पूरे शादी घर में फैल गई थी । इसके बाद तनाव में आकर 2 दिन बाद पीडि़त युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
मृतक युवती के चाचा ने बताया कि परिवार के सभी सदस्य खेत में काम कर रहे थे तथा उक्त युवती के माता पिता घर में न होने के कारण वह छोटे बच्चों के साथ घर में अकेली थी। तभी दोपहर लगभग 2 बजे बच्चों ने खेत आ कर बताया कि दीदी ने फांसी लगा ली है। जिसके तुरन्त बाद हम लोग घर पहुंचे तथा युवती को नीचे उतारा तब तक वह जीवित थी, तथा उसे अस्पताल लेकर जाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था कर रहे थे उससे पहले ही उसने प्राण त्याग दिए। चूंकि युवती के माता-पिता गांव से बाहर थे इसलिए उसका अंतिम संस्कार नहीं किया गया था, तथा अगले दिन सुबह 11 बजे सबकी उपस्थिति में शव को दफन कर दिया गया। तथा दफनाने के बाद शाम को अंचलापारा के कुछ युवकों द्वारा हमे जानकारी मिली कि मृत युवती के द्वारा कनागांव में कुछ युवकों के द्वारा सामूहिक अनाचार किया गया था।