वेश बदलकर फरार हुए खालिस्तान समर्थक और अलगाववादी अमृतपाल सिह पर पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई के साथ ही उसका लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) और गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। पुलिस ने अजनाला थाने पर हमले के आरोपित भगोड़े अमृतपाल के कपड़े और ब्रेजा कार बरामद की है।
अमृतपाल मर्सिडीज कार छोड़कर इसी ब्रेजा कार में सवार हो गया था। 18 मार्च को उसके चार साथी उसे इसी ब्रेजा कार में बैठाकर जालंधर के गांव नंगल अंबियां के गुरुद्वारा साहिब ले गए थे, जहां पर कपड़े बदलने के बाद अमृतपाल दो बाइक पर अपने तीन अन्य साथियों के साथ वेश बदलकर फरार हो गया था। इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। अमृतपाल पैंट-शर्ट और गुलाबी रंग की पगड़ी पहने बाइक की पिछली सीट पर बैठा दिखाई दे रहा है। पंजाब पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित अमृतपाल की अलग-अलग हुलिये वाली सात तस्वीरें भी जारी की हैं।
मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए आईजी (हेड क्वार्टर) डा. सुखचैन सिह गिल ने कहा कि अमृतपाल पर 18 मार्च को ही एनएसए लगा दिया गया था। उसे ब्रेजा कार में गांव नंगल अंबियां के गुरुद्वारा साहिब पहुंचाने वाले शाहकोट के मनप्रीत सिह मन्ना, नकोदर के गुरदीप सिह दीपा, होशियारपुर के गांव कोटला के हरप्रीत सिह हैप्पी और फरीदकोट के गांव गुनदारा के गुरभेज सिह भेज्जा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपियों से एक 315 बोर की राइफल, तलवारें और वाकी-टाकी बरामद करके आर्म्स एक्ट और अमृतपाल को भागने के आरोपों में केस दर्ज कर लिया है। डा. गिल के बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया है कि अमृतपाल मर्सिडीज से निकलकर पहले ब्रेजा कार में बैठा और उन्होंने उसे गांव नंगल अंबियां के गुरुद्वारा तक पहुंचा। वहां उसने पैंट-शर्ट पहनी और अपनी किरपाण वहीं छोड़ गया। ब्रेजा कार भी इन्हीं आरोपितों में से एक के घर से ही बरामद की गई है। अमृतपाल के कपड़े भी बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि बाइक पर अमृतपाल को ले जाने वाले तीनों आरोपित भी फरार हैं, उनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है।
इंटरनेट सेवाएं बहाल, छह जिले अब भी प्रभावित
पंजाब में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं मंगलवार दोपहर को बहाल कर दी गईं, परंतु छह जिलों में यह सेवाएं अभी प्रभावित रहेंगी। जिला तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा व संगरूर में पूर्ण रूप से और जिला अमृतसर के अजनाला व मोहाली के वाइपीएस चौंक के साथ ही एयरपोर्ट मार्ग क्षेत्र में यह सेवाएं 23 मार्च तक बंद रहेंगी।
दो और आरोपित भेजे डिब्रूगढ़, अब तक 154 गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के दो और साथियों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ एनएसए लगाकर असम के डिब्रूगढ़ की जेल में भेज दिया है। इनका पहचान मोगा के कुलवंत सिंह और कपूरथला के गुरिदर पाल सिंह गुरी के रूप में हुई है। इस मामले में डिब्रूगढ़ भेजे गए आरोपितों की संख्या सात हो गई है।
इससे पहले अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह, प्रधानमंत्री बाजेके, दलजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह और गुरमीत सिंह को डिब्रूगढ़ भेजा गया था। आईजी डा. गिल ने बताया कि इस मामले में अब तक 154 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है। वहीं, पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपितों में से जिन्हें अन्य जेलों में शिफ्ट करने की जरुरत होगी, उन्हें वहां भेजा जाएगा। इसके लिए कुछ अन्य राज्यों की जेलों को चयनित किया गया है। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि राज्य में तनाव का माहौल पैदा न हो।
सरपंच की शिकायत पर अमृतपाल के चाचा और ड्राइवर पर केस दर्ज
आईजी डा. गिल ने कहा कि जालंधर के गांव उधोवाल के सरपंच मनप्रीत सिंह की शिकायत पर पुलिस ने अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह दोनों पुलिस से बचने के लिए सरपंच के घर में घुस गए थे और 29 घंटे तक सरपंच के परिवार को बंदूक के बल पर बंधक बनाकर रखा था। दोनों को पुलिस ने सोमवार सुबह चार बजे गिरफ्तार कर लिया था।