शोधकर्ताओं की एक टीम ने सिर्फ प्राकृतिक प्रोटीन की मदद से एक कृत्रिम मांसपेशी विकसित की है, जिसे पीएच व तापमान परिवर्तन की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है। यह अध्ययन ‘एडवांस्ड इंटेलिजेंट सिस्टम्स जर्नल” में प्रकाशित हुआ है। जर्मनी स्थित यूनिवर्सिटी आफ फ्रीबर्ग के लिवमैट्स क्लस्टर आफ एक्सीलेंस में कार्यरत डा. स्टीफन श्ािलर के अनुसार, ‘हमारी कृत्रिम मांसपेशी अभी प्रोटोटाइप है। हालांकि, सामग्री की उच्च जैव-अनुकूलता और विशेष ऊतक से मेल खाने के लिए इसकी संरचना को समायोजित करने की संभावना पुनर्रचना से जुड़ी दवा, कृत्रिम अंगों के विकास या साफ्ट रोबोटिक्स में इसके प्रयोग के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकती है।” पूर्व में विज्ञानी कृत्रिम मांसपेशी प्रणालियों के विकास के लिए प्राकृतिक प्रोटीन को आधार बनाते हुए उन्हें माइनसक्यूल मालीक्युलर मशीनों या पालिमर में प्रयुक्त कर चुके हैं। हालांकि, अभी ऐसी कृत्रिम मांसपेशी सामग्री विकसित करना संभव नहीं हो पाया है, जो पूरी तरह जैव-आधारित हो और रासायनिक ऊर्जा की मदद से स्वयं आगे बढ़ सके। फ्रीबर्ग की टीम द्वारा उपयोग की जाने वाली सामग्री इलास्टिन पर आधारित है। यह एक प्राकृतिक रेशेदार प्रोटीन है जो मनुष्यों में भी होता है और त्वचा व रक्त वाहिकाओं को लचीला बनाता है।