जांजगीर-चांपा जिले में हसदेव नदी की सीना चीर चैन माउंटेन द्वारा लगातार भारी मात्रा में रेत का उत्खनन किया जा रहा है। यहां कार्रवाई करने में खनिज विभाग के पसीने छूट रहें है। शासन का गाइडलाइन कहीं नजर नहीं आता। रेत माफिया नदियों के भीतर मशीन लगाकर रेत निकालने का कार्य कर रहे है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठेकेदारो पर प्रशासन और खनिज अमला किस तरह मेहरबान हैं।
हसदेव नदी का सीना छलनी करने का काम जारी है। जिला प्रशासन के नियम अवैध खनन करने वालों के सामने बौने साबित हो रहे हैं। यही कारण है कि शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए रेत निकल रही है। बिर्रा बम्हनीडीह छेत्र के गतवा, बोरसी और तालदेवरी में रेत घाट में बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन कार्य जारी है जिम्मेदार खनिज विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। हद तब हो गई जब 6 टन की रेत रॉयल्टी में 12 टन लोड कर सप्लाई किया जा रहा है। इसकी वजह से जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं और प्रशासन की मौन स्वीकृति साफ झलक रही है अवैध खनन का कार्य जोरों से जारी हैं। इससे शासन को प्रतिमाह लाखों रुपये के राजस्व क्षति हो रही है, जबकि ठेकेदार लाल हों रहे है और रेत माफिया के हौसले आसमान बुलंद हैं।
स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी अपर कलेक्टर जांजगीर-चांपा को दी गई तो उन्होंने जल्द रेत माफिया पर टीम गठन कर कार्रवाई करने की बात कही गईं।