कोरबा । कोरबा में एसईसीएल कर्मी की पत्नी और बेटी की दिनदहाड़े जघन्य हत्या किसी बदमाश ने नहीं बल्कि उसके नशेड़ी बेटे ने ही की थी। वारदात के कुछ घंटे के अंदर ही पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में एक बार फिर पुलिस डॉग बाघा की अहम भूमिका साबित हुई है। गौरतलब है कि दोपहर कुसमुुंडा थाना के आदर्श नगर कॉलोनी में उस वक्त हड़कंप मच गया था, जब एसईसीएल कर्मी आर.के.दास की पत्नी और बेटी की लहुलूहान लाश घर के बाथरूम में मिली थी। बताया जा रहा है एसईसीएल कर्मी का बेटा अमन दास आदतन नशेड़ी है। दोपहर उसने अपने पड़ोसी को मोबाईल पर कॉल कर अपनी मां से बात कराने की बात कही थी। पड़ोसी जब घर के भीतर दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देखकर उनकी आंख फटी की फटी रह गयी। घर के बाथरूम में मां-बेटी की लाश देखने के बाद कालोनी में दहशत व्याप्त हो गई। वहीं घटना की जानकारी के बाद एसईसीएल कर्मी और उसका बेटा भी घर पर पहुंचे। हत्याकांड की जानकारी बाद पुलिस टीम ने फारेंसिक और पुलिस डॉग बाघा को हत्यारे का सुराग जुटाने के लिए घटनास्थल पर बुलाया गया। पुलिस अभी हत्या से जुड़े साक्ष्य जुटा ही रही थी, तब तक पुलिस डॉग बाघा ने घटनास्थ्ल से गंध लेने के बाद एसईसीएल कर्मी के बेटे अमन दास के पास जाकर रूक गया। पुलिस ने तत्काल संदेह के आधार पर अमन को हिरासत में लिया गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी अमन दास ने इस हत्याकांड का गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसका अक्सर उसकी बहन और मां से विवाद होता था। इससे तंग आकर उसने दोनों की हत्या करने की सोच रखी थी। सुबह जब उसकी बहन आंचल बाथरूम के वाश बेसिन के पास जब ब्रश कर रही थी, तभी उसने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस दौरान बेटी की चीख सुनकर जब मौके पर मां लक्ष्मी पहुंची तो उसने चाकू से अपनी मां पर भी जानलेवा हमला कर हत्या कर, लाश को बाथरूम में ही रखकर घर से निकल गया था। पुलिस और कालोनी के लोगों को गुमराह करने के लिए उसने हत्या के करीब 3 घंटे बाद पड़ोसी को कॉल कर मां से बात कराने की कहानी बनाई, ताकि वह खुद को घटनास्थल से दूर बता सके। लेकिन पुलिस की तफ्तीश में आरोपी अमन ज्यादा देर तक नहीं बच सका। कुसमुंडा पुलिस ने इस डबल मर्डर की गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी अमन को गिरफ्तार कर लिया है।