भारत समेत दुनिया के कई दशों पर अंग्रेजों का राज्य रहा है। कहा जाता है कि ब्रिटिश साम्राज्य का सूरज कभी अस्त नहीं होता है। यानी उसके अधीन एक देश का सूर्य अस्त होता था, उसके पहले दूसरे देश में सूर्योदय हो जाता था। महारानी एलिजाबेथ सबसे लंबे समय तक राज करने वाली रहीं। अंग्रेजों द्वारा भारत से चुराए गए कोहिनूर हीरा लंबे समय से रानी के मुकुट की शोभा बढ़ा रहा था। अभी तक आप कोहिनूर के बारे में ही जानते होंगे, लेकिन इसके अलावा अंग्रेज 4 और चीजों लूटकर ब्रिटेन ले गए थे। आज हम आपको इन चार चीजों की जानकारी दे रहे हैं।
महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु के बाद किंग चार्ल्स को आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन का नया राजा घोषित किया गया है। इसके साथ ही इंटरनेट मीडिया पर लोग शोक जताने के साथ ब्रिटेन से भारत का कोहिनूर लाने की मांग करने लगे थे। भारतीयों का मानना है कि ये कीमती हीरा लंबे समय से रानी के मुकुट की शोभा बढ़ा रहा था, अब अगले सम्राट, राजा चार्ल्स 3 के पास चला जाएगा। ये बेशकीमती हीरा भारत को वापस मिलना चाहिए।
कोहिनूर हीरा दुनिया के सबसे कीमती हीरों में से एक है, भारत में 14वीं शताब्दी में आंध्र प्रदेश के गुंटूर में काकतीय राजवंश के शासनकाल में पाया गया था। कोहिनूर हीरा वारंगल में एक हिंदू मंदिर में देवी की एक आंख से हीरा निकालकर महारानी को उपहार के रूप में सौंपा गया था। महाराजा रणजीत सिंह के बेटे दिलीप सिंह के शासन के दौरान पंजाब के कब्जे के बाद 1849 में महारानी विक्टोरिया को हीरा दिया गया था। अभी, हीरा रानी के मुकुट में लगा हुआ है और टॉवर ऑफ लंदन के ज्वेल हाउस में संग्रहीत है।
ब्रिटन के पास “ग्रेट स्टार्ट ऑफ अफ्रीका” हीरा भी है, जो दुनिया का सबसे बड़ा हीरा माना जाता है। इसका वजन करीबन 530 कैरेट है। इसकी कीमत लगभग 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। 1905 में ग्रेट स्टार ऑफ अफ्रीका डायमंड का दक्षिण अफ्रीका में खनन किया गया था। हीरे का खनन 1905 में हुआ था, जिसे एडवर्ड VII को सौंप दिया गया था, दावा किया जाता है कि उनके शासन के दौरान हीरा ब्रिटिश सरकार द्वारा चुराया गया था।
ब्रिटिश साम्राज्य ने एक और चीज जो चुराई गई थी वो थी। टीपू सुल्तान की अंगूठी, जिसे अंग्रेजों ने 1799 में ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई हारने के बाद सुल्तान के मृत शरीर से चुरा लिया गया था। अंगूठी को ब्रिटेन में नीलामी के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति को करीबन 145,000 ब्रिटिश पाउंड में बेचा गया था।
ब्रिटेन के पास एक और बेशकीमती चीज है, जिसे एल्गिन मार्बल्स के नाम से जाना जाता है। लॉर्ड एल्गिन ने ग्रीस में पार्थेनन की दीवारों से पत्थरों को निकालर 1803 में लंदन ले गए थे। ग्रीस 1925 से अपना इन चीजों को वापस देने की मांग करता रहता है। यह मार्बल्स ब्रिटिश म्यूजियम में संग्रहित हैं।
रोसेटा स्टोन ब्रिटिश संग्रहालय में प्रदर्शन के लिए रखा गया है। पुरातत्वविदों के अनुसार, 1800 के दशक में फ्रांस के खिलाफ लड़ाई जीतने के बाद रोसेटा स्टोन को अंग्रेजों ने “चोरी” कर लिया था।