रात में डिनर के बाद कई लोगों को मीठा खाने की आदत होती है। एक्सपर्ट के अनुसार, डिनर के बाद मीठा खाने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। खाना खाने के बाद कई लोगों को मीठा खाने की आदत होती है। चाहे वह चॉकलेट हो या आइसक्रीम या कोई मिठाई, रात में डिनर के बाद मीठा खाने का अलग ही मजा होता है। हालांकि, कभी-कभी मीठा खाने में कोई बुराई नहीं है, पर अगर ये आपकी आदत ही बन चुकी है तो आपको सावधान होने की जरूरत है। रात में डिनर के बाद मीठा खाने से आपको स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल, हम जो भी मीठा खाते हैं, उसमें शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। हम सभी जानते हैं कि ज्यादा मात्रा में शुगर हमारे लिए हानिकारक होता है तो चलिए जानते हैं रोजाना रात को खाना खाने के बाद मीठा खाने पर क्या होता है।
एक्सपर्ट का कहना है कि, ‘जब हम मीठा खाते हैं तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। फिर थोड़े समय बाद यह कम हो जाता है। रात में इस उठापटक के चक्कर में हमारी नींद अधूरी रह जाती है। इसका असर यह होता है कि अगली सुबह काफी थकान महसूस होती है। इसके अलावा रात में डिनर के बाद मीठा खाने पर शरीर खुद को रिपेयर और रिकवर करने के बजाय ग्लूकोज को एनर्जी में बदलने में लगा रहता है। कई रिसर्च से पता चला है कि देर रात मीठा खाने से इंसुलिन सेंसिटिविटी कम हो जाती है, जिसका असर मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है। रात में ज्यादा मात्रा में मीठा खाने से वजन ज्यादा तेजी से बढ़ता है।
रात में मीठा खाने से हमारी नींद खराब हो सकती है। चीनी नींद को कंट्रोल करने वाले मेलाटोनिन को कंट्रोल करती है, साथ ही कोर्टिसोल (तनाव बढ़ाने वाला हार्मोन) को बढ़ाती है। इसका असर होता है कि या तो नींद कम आती है या देर से आती है। इसके अलावा मीठी चीजों में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होती है, जो शरीर को एनर्जेटिक रखने में मदद करता है। ऐसे में रात में मीठा खाने से दिमाग ज्यादा एक्टिव हो जाता है, जो हमारे स्लीप साइकिल पर असर डालता है।
डायबिटीज के मरीज अगर डेली बेसिस पर रात में डिनर के बाद रोजाना मीठा खाते हैं तो उनके लिए स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि रात के समय ज्यादा मीठा लेने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है, जिससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे न्यूरोपैथी, रेटिनोपैथी और किडनी संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसके अलावा, रात में रोजाना मीठा खाने से टाइप-2 डाइबिटीज और मोटापे का खतरा बना रहता है। साथ ही दिल से संबंधित बीमारी भी होने की संभावना रहती है।
एक्सपर्ट का कहना है कि रात में मीठा खाने की इच्छा को रोकने के लिए आपको अपनी आदतों और खाने में बदलाव करना होगा। इसके लिए आप मैग्नीशियम या क्रोमियम जैसे पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए हरी पत्तेदार साग, ड्राई फ्रूट्स और साबुत अनाज ले सकते हैं। रात को डिनर में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर खाना खाएं। इससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहेगा। इसके अलावा, अगर फिर भी मीठा खाने की इच्छा हो तो कोई मीठा फल, डार्क चॉकलेट का छोटा सा टुकड़ा या दही शहद के साथ खा सकते हैं। आप चाहें तो दालचीनी या कैमोमाइल जैसे हर्बल चाय भी पी सकते हैं, जो हेल्दी भी होता है और हल्का मीठा भी। यह भी याद रखें कि शरीर में पानी की कमी न होने पाए, प्यास लगने पर भी कभी-कभी मीठा खाने का मन करता है।
रात में डिनर के बाद खुद को किसी और काम में लगाए रखें जैसे: किताब पढ़ना या वॉक पर निकल जाना आदि। इससे आपका ध्यान मीठे पर नहीं जाएगा। अगर आपको मीठा काफी ज्यादा पसंद है तो आप इसे सुबह में खा सकते हैं, क्योंकि उस समय हमारा मेटाबॉलिज्म काफी एक्टिव रहता है।