मणिपुर की पीड़ित बेटियों ने बताया कि हम पुलिस की गाड़ी में थे। लगा था, पुलिस वाले हमें बचा लेंगे। मगर, मैतेई समाज के लड़कों की भीड़ ने पुलिस की गाड़ी को घेर लिया और हमें जबरन पुलिस की गाड़ी से उतारकर इधर-उधर छूने लगे। भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने कहा कि जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो। हमने मदद के लिए पुलिसवालों की तरफ देखा, मगर, उन्होंने मुंह फेर लिया। फिर हमने कपड़े उतार दिए’।
यह 21 साल की उस पीड़िता की कहानी है, जो इस समय ट्रॉमा में है। जिसे आपने 19 जुलाई को मणिपुर से वायरल हुए वीडियो में देखा होगा। उस वीडियो में एक महिला और थी। उसकी उम्र 42 साल थी। उनके भी कपड़े उतरवाए गए। वह बताती हैं कि अगर कपड़े नहीं उतारोगी तो मरोगी। खुद को बचाने के लिए मैंने कपड़े उतार दिए। वे मुझे पीटने लगे, मेरे शरीर को छूते रहे। मेरे साथ रेप नहीं हुआ था।’