वैश्विक शेयर बाजार के मिले-जुले रुख और भू-राजनीतिक मोर्चे पर अनिश्चतता के बावजूद लगातार चौथे दिन सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 85.91 अंकों की वृद्धि के साथ 55,550.30 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 35.55 अंकों की तेजी के साथ 16,630.45 पर पहुंच गया। सेंसेक्स में तेजी का नेतृत्व फार्मा श्ोयरों ने किया। इसके अलावा आइटीसी, पावरग्रिड, टाइटन, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व भी चढ़कर बंद हुए।
तेजी के रुख के बावजूद शेयर बाजार में खरीदार सतर्क रहे। इसका बड़ा कारण अगले सप्ताह मुद्रास्फीति के आंकड़ों और फेडरल रिजर्व द्वारा किए जाने वाले एलान हैं। गैस की कीमतों के तेजी के चलते अमेरिका में महंगाई दर पिछले 40 सालों में सबसे ज्यादा दर्ज की गई है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा रूस-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए भारत व विदेश में मुद्रास्फीति का स्तर आने वाले महीनों में और बढ़ सकता है। भले ही शेयर बाजार में तेजी का रुख कायम हो, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआइआइ) बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं। गुरुवार को एफआइआइ ने 1,981.15 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।