दो गंभीर चिकित्सा विकारों के बीच एक संबंध प्रतीत होता है। दुनिया भर में लाखों लोग मल्टीपल स्केलेरोसिस (एमएस) से पीड़ित हैं, यह एक ऐसी स्थिति है जो शरीर के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर हमला करती है। जबकि करोड़ों लोग अवसाद से पीड़ित हैं, जो अशक्त कर देने वाले लक्षणों के साथ एक मनोदशा की बीमारी है। बिना रोग वाले लोगों की तुलना में लगभग तीन गुना एमएस रोगी अवसाद का अनुभव करते हैं।
ब्रिघम और महिला अस्पताल के शोधकर्ताओं द्वारा हाल के एक अध्ययन से पहले मास जनरल ब्रिघम हेल्थकेयर सिस्टम के एक संस्थापक सदस्य ने कहा कि यह अब तक अज्ञात था कि कैसे और क्यों एमएस और अवसाद जुड़े हुए हैं। टीम का उद्देश्य एमएस रोगियों के मस्तिष्क में घावों की तुलना करके एमएस अवसाद का स्थानीयकरण करना व हाल ही में मस्तिष्क में एक अवसाद सर्किट का वर्णन करने वाले काम का चित्रण करना था। शोध का निष्कर्ष नेचुरल मेंटल हेल्थ में प्रकाशित हुआ है।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में मनोचिकित्सा के सहायक प्रोफेसर व शोध से संबंधित लेखक शान सिद्दीकी ने कहा कि जब किसी मरीज के पूरे मस्तिष्क में घाव होते थे तो हम मान लेते थे कि वे अवसाद से संबंधित नहीं थे, क्योंकि वे इतने डिसकनेक्ट नहीं लग रहे थे। लेकिन घाव नेटवर्क मैपिग (एलएनएम) के साथ हम तब भी देख सकते हैं जब घाव सीधे एक दूसरे के साथ ओवरलैप नहीं होते हैं। अब हमें इन रोगियों के लिए भी एक उपचार लक्ष्य खोजने में सक्षम होना चाहिए।