इस तरह की खबरें तो अक्सर आती रहती हैं कि किसी अपराधी ने अपहरण कर फिरौती की रकम मांगी है, लेकिन किसी चिपैंजी का अपहरण कर फिरौती मांगने की खबर आपने कभी नहीं सुनी होगी। दरअसल कांगो अभयारण्य से तीन चिपैंजी का अपहरण कर फिरौती मांगी गई है। यह इस तरह का दुनिया का पहला मामला है।
दो हफ्ते पहले कांगो में जैक प्राइमेट रिहैबिलिटेशन सेंटर की सह-संस्थापक रोक्सेन चेंटेरो को वाट्सएप पर एक वीडियो संदेश भेजा गया। इसमें दो चिपैंजी एक कमरे में घूमते दिखे। वहीं तीसरे चिपैंजी के हाथ जंजीर से बंधे थे। उन्होंने वीडियो में तीनों चिपैंजी को पहचान लिए। चिपैंजी के नाम मोंगा, सीजर और हुसैन हैं। इसके बाद उन्हें तीन व्वाइस मैसेज मिले। मैसेज भेजने वाले ने लाखों की राशि मांगी। कहा कि फिरौती की रकम नहीं देने पर चिपैंजी की हत्या कर दी जाएगी। अपहरणकर्ताओं ने उनकी हत्या करने और उनके दो बच्चों का अपहरण करने की भी धमकी दी।
चिपैंजी का जैक प्राइमेट रिहैबिलिटेशन सेंटर से अपहरण किया गया था। यह वन्यजीव अभयारण्य बेल्जियम की नागरिक रोक्सेन चेंटेरो अपने फ्रांसीसी पति फ्रेंक के साथ चलाती हैं। यह अभयारण्य 40 चिपैंजी और 14 प्रजातियों के 64 बंदरों का आश्रय स्थल है।