देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) ने अपने बीमाधारकों से कहा है कि अगर उसके प्रस्तावित आइपीओ में पालिसीधारकों को निवेश करना है तो पैन को अपडेट करना होगा। इसका आशय यह है कि पालिसीधारक इस आइपीओ का लाभ तभी ले पाएंगे, जब उनका पैन नंबर पालिसी से लिंक होगा और उनके पास डीमैट अकाउंट होगा। एलआइसी ने प्रस्तावित आइपीओ का 10 प्रतिशत हिस्सा अपने पालिसीधारकों के लिए रिजर्व रखा है।
एलआइसी ने कहा है कि प्रस्तावित आइपीओ में भाग लेने के लिए केवाईसी अपडेट कराना आवश्यक है। जिनके पास डीमैट अकाउंट नहीं है, यदि वे आईपीओ में हिस्सा लेना चाहते हैं तो उन्हें यह अकाउंट खुलवाना होगा। इसी सप्ताह एलआइसी की तरफ से पूंजी बाजार सेबी को आइपीओ मसौदा सौंपे जाने की संभावना है। इस वर्ष जुलाई में कैबिनेट ने एलआइसी के विनिवेश को मंजूरी दी थी। इसके साथ ही वित्त मंत्री की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था, जिसे यह सुनिश्चित करना था कि कितनी हिस्सेदारी बेची जानी है। सरकार को अगर चालू वित्त वर्ष में विनिवेश लक्ष्य को प्राप्त करना है तो एलआइसी की हिस्सेदारी बिक्री जरूरी है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में सरकारी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। अकेले एक लाख करोड़ रुपये सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों के विनिवेश्ा से जुटाए जाने हैं। शेष 75,000 करोड़ रुपये केंद्र के अधीन आने वाले सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के विनिवेश से जुटाने की योजना है।