अमेरिका से हथियार मिलने में पाकिस्तान पर लगे प्रतिबंधों के बाद से चीन ने परंपरागत और परमाणु हथियारों की पाकिस्तान के लिए झड़ी लगाकर उस कमी को पूरा कर दिया है।
‘नेशनल इंटरेस्ट” नाम की एक विशेषज्ञ संस्था के मुताबिक चीन लंबे समय से पाकिस्तान की सशस्त्र सेना के लिए हथियारों की आपूर्ति करता रहा है। चीन से निर्यात होने वाले आयुधों की बड़ी खेप पाकिस्तान ही खरीदता है। चीन ने पाकिस्तान को पांच शस्त्र कार्यक्रमों से सुसज्जित करने का बीड़ा उठाया है। इसमें ए) परमाणु हथियार कार्यक्रम, बी) जेएफ-17 यु्द्धक ए-100 विमान, सी) बहुआयामी राकेट लांचर, डी) वीटी-1ए और ई) एचक्यू-16 सबसे प्रमुख हैं।
इसके अलावा, पाकिस्तान चीन से अपनी थल सेना के लिए एयर डिफेंस सिस्टम हासिल करने में लगा है। पाकिस्तान चीन से लंबी दूरी की एचक्यू-9 प्रण्ााली खरीदने की भी कोशिश में है। यह रूस के एस-300 लांग रेंज एसएएम की चीनी नकल है। इससे पहले, भारत से मुकाबला करने के लिए 1980 के बाद पाकिस्तान ने परमाण्ु हथियार संपन्न् देश बनने में चीन की भरपूर मदद ली थी।
ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान अपनी इस सैन्य श्ाक्ति से नियंत्रण रेखा पर तब दबाव बनाने की कोशिश करेगा जब एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर भारत का चीन के साथ तनाव चल रहा होगा।