छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के नरसिंहपुर में गन्ने के खेत में हुई हाथी की मौत के बाद 27 हाथियों का दल इस इलाके में लगातार डेरा जमाए हुए है। शाम होते ही हाथियों का दल गांव के करीब पहुंच रहा है। हाथियों का यह दल अभी धंधापुर में मौजूद हैं और बीती रात हाथियों ने गन्ने की फसल को जमकर नुकसान पहुंचाया है। हाथियों के आने से ग्रामीण भयभीत हैं और कड़ाके की ठंड में आग जलाकर रतजगा करने को मजबूर हैं।
जिस हाथी की मौत हुई थी उसकी उम्र लगभग 8 साल थी और वह बच्चा था। हाथियों की संख्या 28 थी और अब एक की मौत होने के बाद इनकी संख्या 27 हो गई है। 27 हाथियों का यह दल अब लगातार उसी इलाके में मौजूद है और धन्धापुर खुखरी में डेरा जमाए हुए है। हाथी भोजन की तलाश में लगातार शाम होते ही गांव के करीब पहुंच रहे हैं और गन्ना की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाथियों के भय से ग्रामीण शाम होते ही एक जगह जमा हो जाते हैं। इसके कारण आग जलाकर रतजगा कर रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथियों को खदेड़ने की कोशिश की जा रही है।