भारत में इंटरनेट मीडिया के उपभोक्ताओं की संख्या करोड़ों में है तो उनके द्वारा पोस्ट किए जाने वाली सामग्री को लेकर भी शिकायतों की भी बड़ी संख्या है। गूगल को भारत से संबंधित उपभोक्ताओं की 24,569 शिकायतें प्राप्त हुईं जिनके आधार पर 48,594 आनलाइन सामग्री को हटाया गया। गूगल ने यह जानकारी अपनी मासिक रिपोर्ट में दी है। अक्टूबर में गूगल ने अपने आटोमेटेड डिटेक्श्ान सिस्टम से सर्च कर 3,84,509 सामग्रियों को हटाया गया था। हटाई गई ज्यादातर सामग्री घृण्ाास्पद दुष्प्रचार, नियमों के उल्लंघन और भेदभाव से संबंधित थीं।
इससे पहले सितंबर में गूगल को 29,842 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। उनके आधार पर 76,967 सामग्री को हटाया गया। जबकि आटोमेटेड डिटेक्श्ान से 4,50,246 सामग्रियों को हटाया गया। अमेरिका की तकनीक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने यह जानकारी भारत के नए आइटी कानून के प्रविधानों के अनुसार दी है। यह कानून मई 2020 से लागू हुआ है। गूगल को व्यक्तिगत आधार पर जो शिकायतें प्राप्त हुईं, वे देश के हर क्षेत्र से मिलीं। इन्हें गूगल की शिकायत करने की निर्धारित व्यवस्था में जाकर किया गया। इनमें कुछ शिकायतें बौद्धिक संपदा अधिकार के उल्लंघन की थीं और कुछ शिकायतें स्थानीय नियम-कानूनों के उल्लंघन की। जबकि 48,078 शिकायतें कापीराइट के उल्लंघन की थी। शिकायतों की बड़ी संख्या दुष्प्रचार और झूठा आरोप लगाने की थीं।
फेसबुक और इंस्टाग्राम से हटी 2.18 करोड़ पोस्ट
कुछ हफ्ते पहले बनी कंपनी मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम एप से अक्टूबर में 2.18 करोड़ कंटेंट हटाए हैं। यह कार्रवाई उसने प्राप्त शिकायतों और अपने आटोमेटेड सिस्टम के जरिये की है। फेसबुक 13 बिंदुओं वाली अपनी नियमावली के अनुसार भारत और अन्य देशों के उपभोक्ताओं द्वारा पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट पर नजर रखता है। भारत के नए आइटी कानून के अनुसार उसे इस तरह की सामग्री के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक भी करना है। इसी के चलते मेटा ने एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्राप्त शिकायतों और आटोमेटेड सिस्टम से पकड़ी गई दोषयुक्त सामग्री को हटाने की कार्रवाई के बारे में बताया है।