ईरानी सुरक्षा बल रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों पर हमला कर दिया और अपने दो सैनिकों को उनके कब्जे से छुड़ा लिया। ये दोनों उन 12 सैनिकों में शामिल थे, जिन्हें 2018 में अगवा कर लिया गया था। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इनको छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी सरजमीं पर खुफिया ऑपरेशन भी चलाया।
एनाडोलू एजेंसी ने बताया कि ईरान के दो सैनिकों को जैश उल-अदल के कब्जे से छुड़ाने के लिए सफलतापूर्वक अभियान चलाया गया। इन सैनिकों को ढाई साल पहले अपहृत कर लिया गया था। मुक्त कराने के बाद दोनों सैनिकों को ईरान भेज दिया गया है। 16 अक्टूबर, 2018 को जैश उल-अदल ने सिस्तान प्रांत के मरकावा शहर और बलूचिस्तान प्रांत की सीमा पर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के 12 सैनिकों का अपहरण कर लिया था। अपहृत सैनिकों को छुड़ाने के लिए पाकिस्तान और ईरान के सैन्य अधिकारियों ने संयुक्त टीम का गठन किया था। इनमें से पांच सैनिकों को उसी साल नवंबर में रिहा करा लिया गया था। इसके बाद 21 मार्च, 2019 को पाकिस्तानी सेना ने चार सैनिकों को छुड़ाने में सफलता हासिल की। जैश उल-अदल को ईरान सरकार ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। इस संगठन ने ईरानी प्रशासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ रखा है। इसका कहना है कि वह ईरान में बलूच सुन्न्यिों के अधिकार की रक्षा कर रहा है।