बिहार की राजनीति की लडाई अब न केवल टि्वटर पर आ गई है, बल्कि राजनीतिक परिवारों की दूसरी पीढ़ी उतर आई है। टि्वटर की लड़ाई में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पुत्री डा. रोहिणी आचार्य शामिल हुईं तो उनके पक्ष और विपक्ष में भी कई मोर्चे खुल गए। डा. रोहिणी और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बीच दो तीनों तक खूब वार-पलटवार चला। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा संतोष मांझी भी इस लड़ाई में शामिल हो गईं। उन्होंने अपने ससुर के बचाव में उतरी हैं। जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष मांझी नीतीश कैबिनेट में लघु जल संसाधन मंत्री हैं। दीपा उनकी पत्नी हैं। टि्वटर वार के नए मोर्चे पर लालू प्रसाद और जीतन राम मांझी की दूसरी पीढ़ी आमने-सामने आ गई है।
डा. रोहिणी ने ट्वीट के माध्यम से जीतन राम मांझी पर परिवारवाद का आरोप लगाया था। उनका आरोप यह था कि मांझी गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं। समधिन (विधायक ज्योति मांझी) और दामाद (देवेंद्र मांझी) को राजनीति में ले आए हैं। उनके पुत्र होटल में रंगरेलियां मनाते पकड़े गए थे। यह भी कि मांझी के पुत्र किसी लायक नहीं हैं। उन्होंने मांझी पर कुर्सी के लिए जमीर बेचने का भी आरोप लगाया।
अपने ससुर की तुलना गिरगिट से किए जाने पर नाराज दीपा ने रोहिणी और लालू प्रसाद के परिवार के लिए बेहद तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा कि भाई पिटाए गली-गली, बहन बने बजरंगबली। भाभी को घर में पिटवाती हो, हे भ्रष्टाचार की रोहिणी, तुम इतना ज्ञान कहां से लाती हो?
रोहिणी और दीपा तो एक-दूसरे पर ट्वीट कर और जवाब देकर घर बैठ गईं। मगर दोनों के समर्थकों ने मोर्चा संभाल लिया। रोहिणी के ट्वीट में बताया गया था कि राजद के लोग सेवा कर रहे हैं। जवाब में कुमार नीरज ने लिखा कि राजद परिवार ने तो बिहार की जनता की ऐसी सेवा की थी कि बिहारियों को राज्य छोड़ना पड़ा था। हिदुस्तानी अवाम मोर्चा युवा शाखा के अध्यक्ष अमित कुमार ने चारा घोटाला का जिक्र करते हुए राजद की आलोचना की।
जानकार मानते हैं कि दीपा को जीतन राम मांझी ने रणनीति के तहत ही टि्वटर वार में उतारा है। मांझी बड़े नेता हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हैं। लालू प्रसाद की पुत्री के किसी सवाल का जवाब देना उनके व्यक्तित्व के अनुकूल नहीं है। सो, लालू की पुत्री को जवाब देने के लिए उन्होंने अपनी पुत्रवधू को मैदान में उतार दिया है। भाजपा और जदयू में भी रोहिणी की बराबरी के नेताओं को ही उनके टि्वटर के जवाबी मोर्चे पर जल्द उतारा जाएगा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि रोहिणी कभी राजनीतिक रूप से अधिक सक्रिय नहीं रहीं। कभी-कभी परिवार की सलामती के लिए ट्वीट करती रही हैं। पिछले दिनों उन्होंने ट्वीट के जरिए आम लोगों को जानकारी दी कि वह अपने पिता लालू प्रसाद की रिहाई के लिए रोजा रख रही हैं। चैत्र नवरात्र में उपवास भी रख रही हैं। संयोग ऐसा कि लालू प्रसाद को जमानत मिल गई। तब से रोहिणी कुछ अधिक ही सक्रिय हो गई हैं।